गाजियाबाद के नेहरू नगर थर्ड में कारोबारी रमन सरीन की पत्नी-बेटी को बंधक बनाकर दिनदहाड़े डकैती करने के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक कारोबारी के पिता के दोस्त ने एक करोड़ रुपये के लालच में नौकर के साथ घटना की साजिश रची थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। वहीं, लूटपाट करने वाले चार बदमाश मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुए हैं।

दो बदमाश अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि मंगलवार रात पुलिस को सूचना मिली थी कि कारोबारी के घर डालने वाले बदमाश शहर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे हैं। सूचना पर जगह-जगह बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू कर दी गई। इसी दौरान लोहियानगर स्थित हमदर्द चौराहा के पास तीन बाइक सवार छह संग्धिधों को रुकने का इशारा किया तो वह पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगे।

जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए। बाकी बदमाश कविनगर क्षेत्र में जा पहुंचे। वहां चेकिंग कर रही पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दो बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गए, जबकि दो बदमाश फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि सिहानी गेट क्षेत्र में पकड़े गए बदमाशों की पहचान राजकुमार उर्फ राजू निवासी ग्राम डेरा मच्छा बादलपुर गौतमबुद्धनगर और अमित भड़ाना निवासी ग्राम मखियाली मुजफ्फरनगर के रूप में हुई।

वहीं कविनगर में पकड़े गए बदमाशों की पहचान थाना बिल्सी बदायूं के फतेहपुर नंगला निवासी सौगंध कुमार तथा थाना कोतवाली रुड़की हरिद्वार के इमली रोड माहीगरान निवासी फिरोज उर्फ बाबू के रूप में हुई है। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर घटना के मास्टरमाइंड कविनगर डी-ब्लॉक निवासी संजीव छावड़ा और उसके नौकर सेवानगर नंदग्राम निवासी अशोक कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।

एसएसपी ने बताया कि मोबाइल एसेसरीज की दुकान करने वाला संजीव छाबड़ा कारोबारी के पिता राजकुमार सरीन का दोस्त था। शराब पीने के दौरान एक बार राजकुमार सरीन ने संजीव छाबड़ा के सामने कह दिया कि उनके पास एक-डेढ़ करोड़ रुपये हैं। वह उसे जमीन में निवेश करना चाहते हैं। करीब दो महीने पहले राजकुमार सरीन के देहांत के बाद संजीव ने रकम हथियाने के लिए अपने नौकर अशोक के साथ निलकर योजना बनाई। अशोक ने अपने गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर राजकुमार से मिलवाया। सात अक्तूबर को वारदात को अंजाम दिया गया।

एसएसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर राजकुमार उर्फ राजू ने 20 फरवरी 2022 को साथियों के साथ मिलकर देहरादून में पुलिस के रिटायर्ड एडीजी कविराज नेगी के घर से साढ़े चार करोड़ की चोरी की थी। नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने 21 फरवरी को केस दर्ज किया और 24 घंटे में राजकुमार सहित तीन लोगों को पकड़ लिया।

तीन बदमाशों ने कारोबारी के घर में घुसकर घटना को अंजाम दिया था। इनमें अमित भड़ाना के अलावा फरार आरोपी विजय और सुधीर शामिल थे। अन्य बदमाश घर के बाहर निगरानी कर रहे थे। एसएसपी के अनुसार आरोपी अमित भड़ाना ने वारदात के दौरान झूठ बोला था कि उसके पिता अस्पताल में भर्ती हैं। उनके इलाज के लिए उसे 10 लाख रुपये अस्पताल में जमा करने हैं। वह कारोबारी की पत्नी-बेटी को भावुक कर एक करोड़ रुपये निकलवाना चाहता था।

एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि घटना के बाद सभी बदमाश राजकुमार के गांव डेरी मच्छा पहुंचे और माल का बंटवारा किया। विजय ने बेइमानी कर 50 हजार रुपये उड़ा लिए। लूटे गए जेवर को सर्राफ के पास लेकर पहुंचे तो उसने नकली बताया।