यूपी। शामली के ऊदपुर गांव में तीन महीनों से घर से लापता ट्रक ड्राइवर की एटा में हार्टअटैक से मृत्यु की जानकारी छुपाने पर पंचायत ने दो युवकों को गांव से निकालने का फरमान सुनाया। एक युवक को 5 साल और दूसरे को 10 साल के लिये गांव से बाहर रहने का आदेश दिया है। पुलिस ने पूरे प्रकरण की जानकारी होने से इंकार किया है। दरअसल ऊदपुर निवासी ट्रक चालक रामकुमार पुत्र राम सिंह जुलाई माह से घर नहीं लौटा था। दीपावली पर रामकुमार नहीं लौटा तो परिवार के लोगों ने उन लोगों से सम्पर्क किया जो रामकुमार को अपने साथ ले गये थे।

आरोप है कि दीपक व विकास उर्फ विक्की ने कोई सुराग नहीं दिया। लापता रामकुमार के बेटे अभिषेक ने बीते बुधवार को चौसाना पुलिस को प्रार्थनापत्र दिया, लेकिन पुलिस ने भी मामले को टरका दिया। इसके बाद गांव व देहात के लोगों की पंचायत हुई। बताते हैं कि पंचायत में आरोपियों ने बताया कि रामकुमार की एटा में हार्टअटैक से मौत हो गई थी, जिसका पुलिस ने पोस्टमार्टम भी कराया और अन्तिम संस्कार भी कर दिया।

पीड़ित परिवार व पंचायत ने एटा में जाकर सम्बंधित थाने से रिकॉर्ड चेक कराये तो युवकों की बातें सही पाई गईं। शनिवार की सुबह दोबारा पंचायत हुई। जिसमें युवकों ने स्वीकार किया कि वह घबराकर रामकुमार के शव को छोड़कर हरिद्वार चले गए और नौकरी करने लगे। पंचायत ने आरोपियों को गांव से बाहर रहने का फरमान सुनाया गया।

एसडीएम ऊन, निकिता शर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अगर पीड़ित परिवार का कोई सदस्य तीन महीनों से सम्पर्क में नहीं था और पुलिस सुनवाई नहीं कर रही थी तो पीड़ित परिवार को प्रशासनिक अधिकारियों से मदद लेनी चाहिए थी। पंचायत की जानकारी नहीं है। अगर इस तरह का कोई मामला है तो पूरे प्रकरण की जानकारी कराऊंगी, कार्रवाई की जाएगी।