नई दिल्ली. डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक आहार के सेवन की सलाह दी जाती है। विशेषतौर पर उन चीजों का अधिक सेवन करना, जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में सहायक हों। शोधकर्ताओं ने पाया कि डायबिटीज को कंट्रोल करने में जड़ वाली कुछ सब्जियों का सेवन करना आपको विशेष लाभ प्रदान कर सकता है। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में उपलब्ध ऐसी कुछ सब्जियों के विशेष स्वास्थ्य लाभ देखे गए हैं। सभी उम्र के लोगों को आहार में इन सब्जियों को शामिल करने की सलाह दी जाती है।
आहार विशेषज्ञ कहते हैं, सर्दियों का मौसम मौसमी फलों-सब्जियों की विविधताओं से भरपूर होता है, इसमें से कुछ के सेवन की आदत बनाना शरीर के लिए कई प्रकार से लाभकारी हो सकता है। इस मौसम में डायबिटीज को कंट्रोल करने वाली भी कई चीजें उपलब्ध होती हैं, जिनको आहार में शामिल करना बेहतर विकल्प हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में पाया कि शलजम का सेवन करना मधुमेह को कंट्रोल करने में आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकता है। पशुओं और टेस्ट ट्यूब अध्ययनों में इस सब्जी के एंटीडायबिटिक प्रभावों के बारे में पता चलता है। अध्ययन के अनुसार शलजम के अर्क में पाए जाने वाले तत्व, मेटाबॉलिज्म की दर को ठीक रखने में सहायक होते हैं, जिससे ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।
चुकंदर को भी डायबिटीज रोगियों के लिए लाभकारी पाया गया है। ये फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं जो ग्लूकोज और इंसुलिन के स्तर को कंट्रोल करने में आपके लिए माने जाते हैं। साल 2014 के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि चुकंदर का सेवन करना भोजन के बाद ग्लूकोज के स्तर को प्रभावी तौर पर कंट्रोल करने में आपके लिए सहायक हो सकता है। हालांकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही डायबिटीज में चुकंदर का सेवन किया जाना चाहिए।
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि मधुमेह रोगियों के लिए गाजर के सेवन की आदत बनाना लाभकारी हो सकता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह कई प्रकार के ऐसे विटामिन्स से भरपूर होता है जिससे शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। गाजर में विटामिन-ए की भी मात्रा होती है जो आंखों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। डायबिटीज रोगियों के लिए गाजर का सेवन करना विशेष लाभकारी हो सकता है।
मूली, ग्लूकोसाइनोलेट और आइसोथियोसाइनेट जैसे रासायनिक यौगिकों से भरपूर माना जाता है जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने नहीं देती है। मूली खाने से आपके शरीर में प्राकृतिक रूप से एडिपोनेक्टिन का उत्पादन भी बढ़ता है, इस हार्मोन का उच्च स्तर इंसुलिन प्रतिरोध से बचाने में मदद कर सकता है। आहार में मूली को शामिल करना बेहतर विकल्प हो सकता है।