मुजफ्फरनगर। एक अक्तूबर से नौचंदी ट्रेन राहत लेकर आएगी। मेरठ से सहारनपुर के बीच अभी तक पांच डिब्बों के साथ दौड़ रही ट्रेन अब पूरे 23 कोच के साथ चलेगी। सहारनपुर मंडल के यात्रियों को नई व्यवस्था से लाभ मिलेगा। रोजाना सैकड़ों यात्री प्रयागराग के लिए रवाना होते हैं।

प्रयागराज से नौचंदी ट्रेन वाया मुजफ्फरनगर से सहारनपुर तक जानी है। अभी तक मेरठ-सहारनपुर के बीच पांच कोच चलते थे, बाकी कोच मेरठ में खड़े रहते थे। लेकिन अब व्यवस्था बदल गई है। अभी तक प्रयागराज से ट्रेन सुबह के समय लगभग नौ बजे और शाम को छह बजकर बीस मिनट पर वापस आती थी। माना जा रहा है कि अब यह ट्रेन शाम के समय सहारनपुर से चलकर तीन बजे के आसपास मुजफ्फरनगर आएगी, हालांकि समय तय नहीं हुआ है। शाम को इस ट्रेन को शताब्दी ट्रेन के पीछे चलाया जाएगा। दैनिक यात्री संघ के अध्यक्ष घनश्याम भगत ने केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान को 16 जून 2017 को ज्ञापन देकर नौचंदी ट्रेन को कोच बढ़ाते हुए सहारनपुर तक चलाने की मांग की थी।

लिंक नौचंदी में एक कोच एसी-टू टियर तथा तीन स्लीपर द्वितीय श्रेणी के बागियों में ही यात्रियों को आरक्षित टिकट मिलता है। दो बोगी सामान्य यात्रियों की हैं। सीमित आरक्षण की सुविधा मिलने से यात्रियों को लंबी वेटिंग टिकट मिलती थी। मजबूरन यात्रियों को मेरठ और हापुड़ से आरक्षण कराना पड़ता था। जिन्हें आकस्मिक लखनऊ या प्रयागराज की यात्रा करनी है, उन्हें तत्काल टिकट भी ज्यादातर मेरठ से ही मिल पाता था। लिंक ट्रेन में केवल दो बोगी सामान्य द्वितीय श्रेणी मिलती थी, जिसमें यात्रियों को बेहताशा भीड़ होती थी। स्लीपर और एसी कोच में भी यात्री जगह न मिलने पर खड़े होकर मेरठ तक सफर करते थे।

नौचंदी लिंक में कोई भी बोगी थ्री-टियर वातानुकूलित की नहीं थी। जिससे सहारनपुर मंडल के जिलों के रेल यात्री मेरठ से ही इस कोच में रिजर्वेशन की सुविधा ले पाते थे। अब मुजफ्फरनगर से नौचंदी थ्री टियर में सफर कर सकेंगे। सहारनपुर मंडल के जनपदों से जो शिक्षक, कर्मचारी मुरादाबाद, बरेली, शाहजनपुर,हरदोई या लखनऊ जिलों में नौकरी करते हैं, उन्हें और परिवारों को अब आसानी से मुजफ्फरनगर से सुगम यात्रा का मौका मिलेगा। प्रयागराज में हाईकोर्ट, राजस्व परिषद और माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा बेसिक शिक्षा परिषद के निदेशालय तथा अन्य कई विभाग का मुख्यालय हैं। यहां से जुड़े यात्रियों का सफर आरामदायक होगा।

– कंपनी की मीटिंग हेतु लखनऊ जाना होता है। नौचंदी में मुजफ्फरनगर से आरक्षण मिलना कठिन होता था। गाजियाबाद से ट्रेन लेनी पड़ती थी।

दो दशक से नौचंदी ट्रेन को सहारनपुर से चलाने की मांग उठ रही थी। प्रयागराज से सीधे ट्रेन सहारनपुर तक आने से नौचंदी ट्रेन का सफर सुगम बनेगा।