चरथावल (मुजफ्फरनगर)। वर्ष 2016 में चंडीगढ़ से लापता किशोर को दूसरे वर्ग के ग्रामीण के कब्जे से बरामद किया गया है। पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। नौ साल की उम्र से बच्चा नंगला राई गांव में एक परिवार का हिस्सा बनकर रह रहा था। बच्चे की बरामदगी की सूचना चंडीगढ़ पुलिस एवं माता-पिता को दे दी गई है।
गांव के एक ग्रामीण के बेटे आरिफ को सात पहले सहारनपुर में होटल पर काम करते हुए एक बच्चा मिला। बच्चे को लेकर वह अपने गांव में आ गया। उसके परिजनों ने बच्चे का पालन पोषण किया और पढ़ाया। आधार कार्ड बदलवाने के आवेदन पर मामले का खुलासा हुआ। ग्रामीण ने ग्राम प्रधान के सत्यापन के बाद मुहर लगवाकर विवेक के स्थान पर मोहम्मद उमर के नाम से आवेदन किया। इस बात की भनक हिंदू संगठनों को लगी। विहिप के जिला मंत्री सोहनवीर सिंह आदि ने थाना प्रभारी से किशोर के धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत की।
पुलिस तहकीकात में बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट चंडीगढ़ के मुनी माजरा थाने में दर्ज है। वहां से विवेचक आज शुक्रवार को चरथावल थाने आएंगे। वहीं, फिलहाल किशोर के माता-पिता उत्तर प्रदेश के बालामऊ में रहने लगे हैं। उन्हें सूचित कर दिया है। शुक्रवार को उनके आने की संभावना है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में जांच के बाद कार्रवाई पहले से दर्ज मुकदमे में चंडीगढ़ पुलिस करेगी। दूसरी ओर, किशोर के माता-पिता बाल कल्याण समिति में आवेदन करेंगे। किशोर समिति के आदेशों के बाद बाल संरक्षण गृह से रिलीज हो पाएगा।
घटना के वक्त किशोर का पिता वीरेंद्र चंडीगढ़ में किराए के मकान में रहकर मजदूरी का कार्य करता था। उसकी दो बेटियां और एक बेटा विवेक स्कूल में पढ़ने जाते थे। अचानक एक दिन सुबह स्कूल जाने से पहले बेटा लापता हो गया। चंडीगढ़ में मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस जांच के बाद फिलहाल उसके बालामऊ में रहने की लोकेशन मालूम हुई।
थाना प्रभारी का कहना है बच्चे ने किसी तरह के जबरन बंधक बनाने या उत्पीड़न करने बात नहीं बताई है। उसका कहना है गांव में सही तरीके से रह रहा था। मुस्लिम परिवार में कोई परेशानी नहीं थी। प्रथम दृष्टया धर्म परिवर्तन की बात सामने नहीं आई है। मामले में परिजनों एवं चंडीगढ़ पुलिस के आने के बाद पूरी स्थिति आज (शुक्रवार) को साफ हो जाएगी।