बुढ़ाना। तबादला छत्तीसगढ़ होने के बाद से अंकित मलिक बेहद तनाव में था। वारदात से पहले दुकान पर छोटे भाई का खाना देकर घर लौटा था। इसके बाद अपनी पत्नी से भी बातचीत की। अपनी लाइसेंसी पिस्टल से पहले हवाई फायर किए और फिर सिर में गोली मार कर मौत को चुन लिया। अंकित के इस कदम से परिवार सदमे में है।
गांव सरनावली निवासी यशपाल सिंह गांव के प्रधान हैं। उन्होंने फुगाना में थाने के पास ही पाइप आदि सामान की दुकान खोली है। वहां प्रधान व उनका छोटा बेटा जुगनू उर्फ मोहित दोनों बैठते हैं। मोहित पिता की खेती भी संभालता है। उनका बेटा बेटा अंकित मलिक सीआरपीएफ में था।
अंकित मलिक के सीआरपीएफ में भर्ती होने से पूरा परिवार खुश था। अंकित की शादी लगभग सात पहले बागपत जनपद के गांव दाहा की रहने वाली दीपशिखा उर्फ पूजा के साथ हुई थी। अंकित का एक छह साल का बेटा आर्यन है। अंकित ने पहले हवाई फायर किए और फिर खुद को गोली मार दी। सीओ फुगाना डॉ. रवि शंकर का कहना है कि अंकित ने गोली मार कर आत्म हत्या की है। वह छुट्टी लेकर घर आया था। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
फुगाना थाना प्रभारी सत्य नारायण दहिया ने बताया कि अंकित मलिक ने दोपहर में अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार कर आत्म हत्या की है। जिस समय उसने ऐसा कदम उठाया, उस समय घर में एक कमरे में उसके पिता प्रधान यशपाल सिंह, दो अलग-अलग कमरों में उसकी माता संतरेश, दादी विद्या देवी आराम कर रही थी। पत्नी घर में ऊपर कमरे में थी।
इसी दौरान अंकित मलिक दुकान पर मौजूद अपने छोटे भाई मोहित का खाना देकर घर वापस आया था। वह अपनी पत्नी के पास गया और उसे तैयार होने को कहा था। संभवत: दोनों कहीं जाना चाहते थे। इसके बाद अंकित अपने घर की गैलरी में आकर बैठ गया था। वहां उसने अपने पिस्टल से दो गोली हवा में चलाईं और जैसे ही परिजन पहुंचे तो उसने सिर में गोली मार ली। अंकित ने अपने पिस्टल का लाइसेंस जम्मू कश्मीर से बनवाया था। पिस्टल कब्जे में लिया गया है।