बागपत। बिनौली स्थित मस्जिद में धार्मिक तालीम लेने गई होमगार्ड अख्तर अली की सात वर्षीय बेटी सिदरा की उसके ही हिजाब से गला घोंटकर हत्या कर दी गई। वह मंगलवार शाम को लापता हुई थी और उसका शव बुधवार सुबह थाने से कुछ दूरी पर एक मकान के दरवाजे के बाहर पड़ा मिला। बिनौली के रहने वाले होमगार्ड अख्तर अली ने बताया कि उसकी ड्यूटी बड़ौत में यूपी डायल 112 की गाड़ी पर चल रही है। उसकी कक्षा 2 में पढ़ने वाली बेटी सिदरा मंगलवार की शाम करीब चार बजे अपने बड़े भाई सानिब के साथ गांव में स्थित बड़ी मस्जिद में धार्मिक तालीम लेने गई थी।
सानिब घर पर करीब छह बजे अकेला आया तो उससे सिदरा के बारे में पूछा गया। सानिब ने बताया कि सिदरा सिर में दर्द बताकर घर जाने की बात कहकर वहां से आ गई थी। सिदरा रात तक भी घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने पहले उसे खुद तलाश किया फिर थाने पर बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने बुधवार सुबह सिदरा की तलाश करते हुए बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालनी शुरू की, मगर बच्ची का कुछ पता नहीं लगा। बिनौली थाने से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूर एक गली में बच्चे खेल रहे थे तो उन्होंने जैन परिवार के मकान के बंद गेट के बाहर एक बच्ची का शव पड़ा देखा। इस सूचना पर पुलिस व परिजन वहां पहुंचे तो बच्ची के गले में हिजाब बंधा हुआ था।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय भी वहां पहुंचे और डॉग स्क्वाॅड की टीम से छानबीन कराई गई। एसपी ने बताया कि अपहरण के साथ हत्या की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। हत्यारोपियों की तलाश की जा रही है।