बागपत। रालोद के दोनों प्रत्याशी बागपत से डाॅ. राजकुमार सांगवान और बिजनौर से चंदन चौहान जीतकर संसद पहुंच गए। इसके बाद ही चर्चाएं शुरू हो गईं कि इंडिया गठबंधन लगातार एनडीए के सहयोगी दलों से बातचीत कर रहा है और रालोद भी इंडिया के साथ जा सकता है। मगर रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने एनडीए के साथ ही रहने की बात कहते इसे अफवाह बताया और इस तरह चर्चाओं पर विराम लगा दिया।
दिल्ली में रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह से मिलने के लिए बुधवार को बागपत से जीतने वाले डाॅ. राजकुमार सांगवान और बिजनौर के चंदन चौहान मिलने पहुंचे। वहां बागपत व अन्य जिलों के काफी नेता भी पहुंचे हुए थे। उनसे जयंत व चारू दोनों ही मुलाकात कर रहे थे। रालोद के नेताओं के अनुसार ऐसा पहली बार दिखाई दिया कि जयंत और चारू दोनों एक साथ सभी से मिल रहे हों।
वहां जयंत ने डाॅ. राजकुमार सांगवान व चंदन चौहान को अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करने की बात कही। इसके अलावा विकास कार्य कराने के लिए सभी को ध्यान में रखकर योजना बनाएंगे और उस योजना के आधार पर कार्य होंगे। वहीं सरकार बनने के बाद उन सभी जिलों में समीक्षा की जाएगी, जहां भाजपा के प्रत्याशी हारे हैं। जयंत खुद भी वहां अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और हार के कारणों का पता लगाएंगे।
जिस तरह से सरकार गठन की तैयारी चल रही है और एनडीए की बैठक में जयंत भी शामिल हुए हैं। उससे यह साफ लग रहा है कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनने पर रालोद को मंत्री पद मिलने की पूरी उम्मीद है। केंद्र में रालोद को मंत्री पद मिलता है तो बागपत का कद जरूर बढ़ जाएगा और यहां विकास की नींव मजबूत होगी। क्योंकि जयंत का नोडल जिला भी बागपत है और रालोद के लिए बागपत ही सबसे अहम जिला माना जाता है।