मुजफ्फरनगर । बैसाखी को लेकर आयोजित कार्यक्रम जंग का अखाड़ा बन गया। विवाद होने पर पंजाबी समाज के लोग दो गुटों में बंट गए और जमकर मारपीट हुई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर तलवारों से भी हमला किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इससे कार्यक्रम में अफरा-तफरी मच गई। दोनों पक्षों ने पुलिस को तहरीर दी है।

मंगलवार देर शाम पंजाबी समाज ने नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांधी कालोनी स्थित गांधी वाटिका में बैसाखी को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया था। देर रात कार्यक्रम के दौरान पंजाबी समाज के अध्यक्ष एवं भाजपा पिछड़ा आयोग प्रकोष्ठ के पूर्व सदस्य सरदार सुखदर्शन सिंह बेदी और ट्रांसपोर्टर सतपाल मान में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और जमकर मारपीट हुई। उस समय तो मामला किसी तरह शांत हो गया, लेकिन जैसे ही दोनों पक्ष वाटिका के गेट पर पहुंचे तो दोबारा मारपीट हो गई और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर तलवारों से हमला कर दिया, जिसमें अज्जू समेत कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने बीच बचाव कराते हुए घायलों का उपचार कराया।

मारपीट के दौरान किसी ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में सतपाल मान सुखदर्शन बेदी और एक अन्य को धक्का देते हुए दिखाई दे रहे हैं।

इस प्रकरण में बुधवार को सरदार सुखदर्शन सिंह बेदी अन्य लोगों के साथ एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय से मिले और कार्रवाई की मांग की। एसपी सिटी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसपी सिटी ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर और वीडियो की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

सतपाल मान हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। इससे पूर्व वह दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में भी दिखाई दिए थे और पिछले साल पांच सितंबर को शहर में हुई किसान महापंचायत में भी हिस्सा लिया था। अब सूबे में दोबारा भाजपा सरकार बनने के बाद सतपाल मान भाजपा के कार्यक्रमों में दिखाई दे रहे हैं।

सरदार सुखदर्शन सिंह बेदी का कहना है कि सतपाल मान और उनके समर्थकों ने उन्हें धक्का देकर मारपीट की। इससे कार्यक्रम प्रभावित हुआ। पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है।

वहीं, सतपाल मान का कहना है कि कार्यक्रम में उनका अपमान करने का प्रयास किया गया। बैठने को उचित स्थान नहीं दिया। अभद्रता भी की गई। यह सब सुखदर्शन सिंह बेदी के इशारे पर हुआ, जिसके चलते मारपीट हुई।

सुखदर्शन सिंह भाजपा पिछड़ा आयोग प्रकोष्ठ के पूर्व सदस्य के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं। वहीं, सतपाल मान ने विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी की सदस्यता ली थी। बैसाखी कार्यक्रम में मारपीट नहीं होनी चाहिए थी। दोनों पक्षों से बातचीत की जाएगी।