मुजफ्फरनगर। गर्मियों की छुट्टियों में परिवार सहित कश्मीर घूमने का प्लान बनाना एक जज को महंगा पड़ गया। सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट नंबर 4 अंकित रस्तौगी परिवार में बने प्लान के अनुसार कश्मीर जाने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने श्रीनगर के पहलगाम में छुट्टियों बिताने का बंदोबस्त करते हुए मेक माय ट्रिप एप्लीकेशन पर होटल बुक किया। इसके लिए उन्होंने कई टिकट बुक कराये, लेकिन ऑनलाइन बुकिंग में उनसे एक चूक हो गयी।
घूमने का प्लान मई माह के लिए बना था, जबकि मेक माय ट्रिप एप्लीकेशन पर होटल उन्होंने अप्रैल माह के लिए बुक कर दिया। इसका आभास होने पर उन्होंने इस बुकिंग में संशोधन करने का प्रयास किया। लेकिन मेक माय ट्रिप एप्लीकेशन पर इसका कोई भी लिंक या व्यवस्था नहीं मिलने पर उन्होंने गूगल सर्च इंजन का सहारा लिया। शातिर साइबर ठग के चंगुल में फंसकर रह गये। इस सम्बंध में ठग के खिलाफ पुलिस को शिकायत की गयी है।
पुलिस के अनुसार सिविल जज अंकित रस्तौगी ने 16 अप्रैल 2022 को श्रीनगर के पहलगाम में होटल बुकिंग के लिए टिकट बुक किये थे, ये बुकिंग मई माह के लिए करनी थी, लेकिन गलती से अपै्रल माह के लिए होटल बुकिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी। गलती का पता चला तो कस्टमर केयर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन नम्बर नहीं मिला। गूगल सर्च इंजन पर मेक माय ट्रिप कस्टमर केयर का नम्बर सर्च किया तो एक नम्बर 1244628747 मिला। इस नम्बर को प्राप्त करने के बाद जज अंकित रस्तौगी ने उस पर सम्पर्क किया। इस नम्बर पर एक व्यक्ति से उनका सम्पर्क हुआ, जिसने अपना नाम दीपक शर्मा बताया और अलग अलग चार मोबाइल नम्बर 9339063665, 7074114096, 9641659997 और 8509121856 उपलब्ध कराये और उन पर होटल बुकिंग में डेट का संशोधन कराने के लिए बात होती रही।
सिविल जज अंकित रस्तौगी ने पुलिस को बताया कि दीपक शर्मा नामक व्यक्ति ने उनको अपनी बातों में ऐसा उलझाया कि वह उसकी बात मानते चले गये। दीपक शर्मा ने उनसे उनके मोबाइल पर एनी डेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करा ली और पेटीएम से पैसों का ट्रांजक्शन की बात कहते हुए उनसे 19980, 19979 और 19980 रुपये के तीन ट्रांजक्शन एचडीएफसी के अज्ञात बैंक अकाउंट नम्बर 50100359068998 में करा लिये। इसमें उनको बातों में फंसाकर फिर से दो ट्रांजक्शन 19987 और 19997 रुपये के करा लिये। इसके बाद दीपक शर्मा से सम्पर्क ही टूट गया। वहीं मेक माय ट्रिप पर होटल बुकिंग में भी कोई संशोधन नहीं हुआ। इस तरह से शातिर ठग दीपक शर्मा ने सिविल जज के अकाउंट से कुल 99923 रुपये की ऑनलाइन ठगी कर ली। इसका पता चलने पर सिविल जज अंकित रस्तौगी ने थाने में तहरीर देकर धोखाधड़ी करने वाले दीपक शर्मा के खिलाफ कार्यवाही को कहा।
एसएचओ थाना सिविल लाइन बिजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि अपर सिविल जज अंकित रस्तौगी के साथ होटल बुक कराने के मामले में ऑनलाइन ठगी की गयी है। इसको लेकर उनकी शिकायत पर आरोपी दीपक शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी, संशोधन, अधिनियम 2008 की धारा 66 और 66डी के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।