सहारनपुर. एक तरफ जहां किसान बकाया गन्ना मूल्य पाने के लिए तरस रहे हैं वहीं मंडल के 5323 किसान ऐसे भी हैं, जो गन्ना समितियों में जमा 2.37 करोड़ रुपये का भुगतान लेने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यह गन्ना मूल्य पेराई सत्र 2021-22 से पहले के पेराई सत्रों का है। इन किसानों ने मिल में गन्ना सप्लाई किया, लेकिन बैंक खाता नहीं होने के चलते भुगतान उनके खाते में नहीं भेजा जा सका है।
मंडल की 15 गन्ना विकास समितियों में किसानों के 2.37 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य के जमा हैं। यह गन्ना मूल्य काफी पुराना है। जिसको संबंधित किसान का बैंक खाता नहीं होने के कारण भुगतान नहीं भेजा जा सका है। इसको लेकर गन्ना पर्यवेक्षकों ने कई बार संपर्क किया, लेकिन किसान या उनके वारिस भुगतान लेने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। उप गन्ना आयुक्त डॉ. दिनेश्वर मिश्र ने बताया कि मंडल के 5323 किसानों के 237.23 लाख रुपये गन्ना विकास समितियों में जमा हैं। यह गन्ना मूल्य बहुत पुराना और ऐसे किसानों का है जिनका या तो बैंक खाता नहीं है या फिर उन्होंने समितियों में खाता संख्या दर्ज नहीं करा रखी है। ऐसे किसान या उनके वारिस एक सप्ताह के अंदर गन्ना मूल्य प्राप्त करने के लिए अपनी समितियों में संपर्क कर लें। ऐसा नहीं करने पर गन्ना समितियां इस धनराशि को विकास कार्यों में खर्च कर लेंगी।
एक नजर में मंडल की गन्ना विकास समितियां
गन्ना समिति किसान धनराशि
सहारनपुर 38 1.02 लाख रुपये
सरसावा 52 5.02 लाख रुपये
नानौता 1334 26.34 लाख रुपये
बेहट 57 1.06 लाख रुपये
देवबंद 104 9.06 लाख रुपये
खतौली 197 7.10 लाख रुपये
मंसूरपुर 283 11.63 लाख रुपये
रोहाना 278 25.09 लाख रुपये
मोरना 11 1.38 लाख रुपये
तितावी 193 26.04 लाख रुपये
रामराज 132 24.81 लाख रुपये
बुढाना 24 21.29 लाख रुपये
शामली 2398 71.58 लाख रुपये
थानाभवन 64 4.57 लाख रुपये
ऊन 14 0.99 लाख रुपये