कैराना. फर्जी हस्ताक्षर करके एसबीआई ऊन शाखा से ऋण दिलाने पर तत्कालीन तीन शाखा प्रबंधकों व मेरठ जोनल ऑफिस के तीन अधिकारियों सहित 12 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
एसबीआई के पैनल अधिवक्ता सतेंद्र सिंह राणा ने अदालत के आदेश पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है कि सात दिसंबर 2021 को उन्हें क्षेत्रीय प्रबंधक का पत्र मिला। जिसमें ऊन शाखा से पूर्व में जारी ऋण के संबंध में जांच करने को कहा गया। जब उन्होंने ऊन शाखा जाकर कागज देखे तो पता चला कि फर्जी हस्ताक्षर कराकर ऋण दिया गया। 12 मार्च 2022 को कैराना कोर्ट परिसर में लोक अदालत के दौरान उन्होंने एसबीआई के अधिकारियों से जानकारी लेनी चाही तो उन्हें जांच करने पर गाली और जान से मारने की धमकी दी गई।
अदालत के आदेश पर पुलिस ने निरंजन सिंह निवासी केरटू थाना झिंझाना, हरप्रीत सिंह निवासी गांव रंगाना थाना झिंझाना, धर्मेंद्र निवासी राझड़ थाना शामली, अंगूरी देवी निवासी रंगाना थाना झिंझाना, विक्रांत निवासी ढिंढाली थाना शामली, संजीव निवासी रंगाना थाना झिंझाना, रामजी लाल, जगबीर सिंह व गगन चावला तीन पूर्व एसबीआई ऊन शाखा प्रबंधक, अरुण शर्मा रीजनल मैनेजर एसबीआई मेरठ जोन आफिस, रविकांत सिंह चीफ मैनेजर मेरठ जोन आफिस व विमल भास्कर मैनेजर मेरठ जोन आफिस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।