सहारनुपर योगी सरकार की भूमाफियों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। अब यूपी की सहारनुपर पुलिस ने ऐसे खनन माफिया पर शिकंजा कसा है, जिसकी बसपा सरकार में तूती बोलती थी, नाम है हाजी इकबाल।
सहारनुपर पुलिस ने हाजी इकबाल की 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है। बसपा सरकार में हाजी इकबाल ने अवैध खनन के जरिए करोड़ों की संपत्ति जुटा ली थी।
पश्चिमी यूपी में खनन के अवैध करोबार में हाजी इकबाल उर्फ बाला एक बड़ा नाम था। और इसने खनन के अवैध कारोबार से अकूत संपत्ति इकट्ठा की।
सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि हाजी इकबाल की 125 संपत्तियों को गिरोह बंद अधिनियम के तहत कुर्क किया गया है। प्रशासन की ओर से मुनादी कराते हुए इन जमीनों पर राज्य संपत्ति के बोर्ड लगा दिये गये हैं।
हाजी इकबाल पर सहारनपुर के कई थानों में 28 मुकदमें दर्ज हैं। उसके बेटे अब्दुल वाहिद उर्फ वाजिद और जावेद पर 12 मुकदमें दर्ज हैं। उसके तीसरे बेटे अफजाल पर तीन और चौथे बेटे अलीशान पर सात मुकदमे दर्ज हैं।
शुक्रवार (13 मई, 2022) को हाजी इकबाल के बेटे अलीशान को सहारनुपर की बेहट पुलिस और अपराध शाखा ने दिल्ली के लाजपत नगर से गिरफ्तार किया था। अलीशान और उसके परिवार के लोगों के विरूद्ध थाना बेहट और मिर्जापुर में कई मामले दर्ज हैं। पुलिस अलीशान से अन्य राज भी उगलवाएगी, और परिवार के अन्य सदस्यों के छिपे होने की जानकारी हासिल करेगी।
एसएसपी ने बताया कि कुछ दिन पहले हाजी इकबाल की 21 करोड़ रुपये की संपत्ति को जिला प्रशासन ने कुर्क की थी, जो उसके मुंशी के नाम थी।
अभी तक हाजी इकबाल और उसके परिवार से संबंधित कुल 174 संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं। जिनकी कीमत 128 करोड़ रुपये हैं।
हाजी इकबाल का गैंग कई फर्जी कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करने का भी कार्य करता था। हाजी इकबाल पर उसके पुत्रों और अन्य साथियों के साथ मिलकर लकड़ी तस्करी, अवैध खनन और लोगों से वसूली करके करोड़ों रुपये की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। एसपी देहात सूरज राय ने बताया था कि हाजी इकबाल अपने बेटों के साथ और अन्य साथियों से मिलकर पूरी गैंग चलाता था, जिस का सरगना हाजी इकबाल था।