मुजफ्फरनगर. पालिका ने कूड़ा निस्तारण का समाधान तलाशा है। नगर क्षेत्र से एकत्र कूड़े को निस्तारित कर पालिका अपनी आय का रास्ता बना रही है। पालीथिन से ईंट बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है, जबकि गीले-सूखे कूड़े से खाद तैयार किया जाएगा। इसके लिए 99 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। नगर पालिका परिषद को कूड़ा निस्तारण नहीं होने पर राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (आरपीसीबी) ने फटकार लगाई थी। इसके बाद ही अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट पर गंभीरता से काम किया।

गंगनहर पटरी-बुढ़ाना रोड पर डाला जा रहा है कूड़ा पालिका के पास कूड़े का शत-प्रतिशत स्थाई समाधान नहीं है। जिस कारण कूड़े के ढेर को गंगनहर पटरी मार्ग और बुढ़ाना रोड पर एकत्र किया जाता है। कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली है, इसके चलते गंगनहर पटरी पर सफाई की जा रही है। खुले में कूड़ा डालने के कारण प्रदूषण फैल रहा है। इसके चलते स्थानीय नागरिकों और यात्रियों को परेशानी होती है। निरंतर बढ़ रही शिकायत के बाद पालिका ने कूड़ा निस्तारण की तरफ कदम बढ़ाए है, ताकि नगर को सुंदर और स्वच्छ बनाया जा सके। वहीं, प्लांट लगाकर बायो मेडिकल वेस्ट का भी समाधान होगा। ——- यह है प्रस्ताव नगर पालिका अलीगढ़ की तर्ज पर पालीथिन को उपयोग में लाना चाह रही है। प्लांट में मशीन के माध्यम से पालीथिन को कूड़े से अलग कर उसे प्रेस किया जाएगा। उसके बाद पालीथिन गलाकर खांचे में रखकर उसके बीच में रोड़ी-डस्ट भरा जाएगा। जिससे ईंट तैयार हो सकेगी।

यह निकलता है नगर से कूड़ा 25 वार्डों में बायो डिग्रेडेबल यानि फल-सब्जी के साथ घरेलू कूड़ा 13.5 मीट्रिक टन, रिसाइकिल कूड़ा 5.59 मीट्रिक टन, निर्माण कार्य संबंधित कूड़ा 1.36 मीट्रिक टन, नालों की सिल्ट 1.87 मीट्रिक टन, फुटपाथ की गंदगी 1.89 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। वहीं, बायो मेडिकल वेस्ट कूड़ा भी आता है। इन्होंने कहा.. नगरीय क्षेत्र से शत-प्रतिशत कूड़े का निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। पहले कूड़े से पालीथिन, प्लास्टिक समेत कांच वाले कचरे को अलग-अलग किया जाएग। गीले-सूखे कूड़े से खाद बनाई जाएगी। पालीथिन और प्लास्टिक के निस्तारण के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।