मुजफ्फरनगर. गांव लाड़पुर में किशोरी का शव रखकर सड़क जाम लगाने, पुलिस टीम पर हमला और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इसमें गांव के 22 लोगों को नामजद करने के साथ ही 25 से 30 अज्ञात शामिल हैं। पुलिस ने आरोपितों की धरपकड़ के लिए दबिश दी, लेकिन हत्थे नहीं चढ़ सके।
क्षेत्र के गांव लाड़पुर में बुधवार को सड़क किनारे उपले पाथ रही मां-बेटी को कार ने कुचल दिया था। इसमें महिला रीना घायल हो गई थी, जबकि उसकी 11 वर्ष की बेटी खुशी की मौत हो गई थी। गुरुवार को स्वजन और ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगाया था। जाम खुलवाने के दौरान भीड़ ने पुलिस टीम का विरोध किया और लाठी-डंडे लेकर पुलिस पर हमला बोल दिया था। भीड़ ने जानसठ-खतौली मार्ग के साथ गांव में उत्पात मचाया था।
पुलिस ने किसी तरह से स्थिति को काबू किया था और कार चालक अनिरुद्ध को गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को कांस्टेबल हरेंद्र कुमार की ओर से लाड़पुर प्रकरण में अभियोग पंजीकृत कराया गया है, जिसमें भीड़ के साथ बलवा करना, शासन के नियमों का उल्लंघन, पुलिस टीम पर हमला कर सरकारी कार्य में अवरोध पैदा करने के मामले में 22 लोग नामजद किए गए हैं, जबकि 25 से 30 अज्ञात शामिल हैं।
यह किए गए नामजद किरण पाल पुत्र कवाड़ी, सोनू पुत्र राजपाल, अनुज पुत्र मांगेराम, जोगिन्द्र पुत्र सुखवीर, निखिल पुत्र प्रवेश, छोटू पुत्र रोहताश, कपिल पुत्र जगपाल, राजेन्द्र पुत्र मुख्तियार, विपिन पुत्र भूषण, नवीन पुत्र मांगेराम, संजीव पुत्र सुशील, अजय पुत्र धर्मवीर, जितेन्द्र पुत्र धर्मवीर, ललित पुत्र धर्मवीर, अनिमेश पुत्र श्रवण, राहुल पुत्र राजेन्द्र, निर्मल पुत्र सोहन, बबलू पुत्र धर्मपाल, प्रिंस पुत्र राकेश, गुड्डू पुत्र नैना, रोहताश पुत्र हंसराम व चन्द्रपाल को नामजद किया है। लाड़पुर प्रकरण में पुलिस पार्टी पर हमला करने और हंगामे के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को लगाया गया है। सभी आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।