मेरठ। सरधना में चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर सलावा के पास एक गत्ता लदा कैंटर बैरियर तोड़कर गंगनहर में पलट गया। हादसे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान कैंटर चालक की मौत हो गई। जबकि कैंटर को तेज पानी के बहाव के चलते बाहर नहीं निकाला जा सका है।
अनुज कुमार पुत्र रामभवन निवासी गांव चकपिन्हा जिला कौशांबी ने बताया कि वह अपने ही गांव निवासी सतीश पाल 22 वर्ष पुत्र महेश पाल के साथ कैंटर चलाता है। वह बृहस्पतिवार की रात गुड़गांव से अलग-अलग कैंटर में गत्ता लादकर मुजफ्फनगर जा रहे थे।
अनुज ने बताया कि शुक्रवार को वह सुबह पांच बजे मुजफ्फनगर पहुंच गए थे। जबकि साथ अपने कैंटर में चल रहा सतीश मुजफ्फरनगर नहीं पहुंचा था। काफी देर तक इंतजार करने के बाद जीपीएस के माध्यम से लोकेशन देखी गई।
जीपीएस के अनुसार कैंटर चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर सलावा के पास की लोकेशन सामने आई। कुछ घंटे बाद सतीश को कॉल की तो मोबाइल बंद जा रहा था। जबकि कैंटर की लोकेशन फिर भी पहले के ही स्थान पर दिखाई दी। तभी सभी साथी सतीश की तलाश में लोकेशन के आधार पर चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर पहुंचे। करीब चार बजे सरधना थाने की सीमा के पास सलावा में गंगनहर में कैंटर डूबा हुआ दिखाई दिया।
अन्य चालकों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। तभी मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर कैंटर से चालक को बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने साथी चालकों से पूछताछ कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस की जांच के अनुसार बताया गया कि सतीश अविवाहित था। उसका बड़ा भाई गोरेलाल है। हादसे के संबंध में परिवार को सूचना दे दी है। वहीं, दूसरी तरफ से सलावा पुलिस के रात से गश्त के बाद भी उनको नहर में पड़ा कैंटर नहीं दिखा, जिससे पुलिस की लापरवाही सामने आई है।
सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल का कहना है कि हादसे के संबंध में मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जाएगी।