मुजफ्फरनगर। में एक युवक ने फांसी के फंदे पर लटककर सुसाइड कर लिया। खुदकुशी करने से पहले उसने दीवार पर लिखा, इसमें किसी का दोष नहीं है। पुलिस ने शव फंदे से उतरवाया। परिवार के लोगों ने किसी भी कार्रवाई से इंकार करते हुए पोस्टमार्टम कराने से भी मना कर दिया।
मुजफ्फरनगर में खतौली थाना क्षेत्र के मोहल्ला मिट्ठू लाल निवासी साकिब पुत्र अमीर अहमद ने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया था। परिवार वालों ने कमरे का दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई आहट नहीं हुई। जिसके बाद खिड़की से झांक कर देखा तो साकिब फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। साकिब को फंदे पर लटका देख परिवार वालों के होश उड़ गए। पुलिस को मामले की सूचना दी गई। परिजनों ने पुलिस की मदद से कमरे का गेट तोड़कर साकिब को फंदे से उतारा। तब तक साकिब की मौत हो चुकी थी।
मौत से पहले साकिब ने अपने कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट लिखा था। जिस पर उसने सुसाइड के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराने की बात कही थी। कहा कि इसके लिए वह खुद जिम्मेदार है। पड़ोसियों के अनुसार साकिब काफी दिनों से बेरोजगार था। बेरोजगारी के चलते वह परेशान चल रहा था। साकिब के पिता अमीर अहमद कस्बे में ही फलों का ठेला लगाते हैं। परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया।