बागपत। जिला मुख्यालय पर दुड़भा में 25 साल बाद बस अड्डा बनने की उम्मीद जगी है। बस अड्डे के लिए तीन करोड़ 30 लाख रुपये का बजट मंजूर हो गया है। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी भी राजकीय निर्माण निगम को सौंप दी गई है, जिसने बस अड्डे का नक्शा बनाने की प्रक्त्रिस्या शुरू कर दी है। जिससे निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बागपत को वर्ष 1997 में जिला बनाया था, लेकिन उसके बाद भी जिला मुख्यालय पर बस अड्डा नहीं बन सका है। यही कारण है कि यहां अलग-अलग जगहों पर बस खड़ी होती है और यात्रियों को भटकना पड़ता है। सोनीपत की बस नगर के अंदर खड़ी होती है, तो दिल्ली व बड़ौत जाने के लिए बस नेशनल हाईवे पर खड़ी होती है। मेरठ की बस राष्ट्र वंदना चौक के पास सडक़ पर खड़ी होती है। इसलिए ही बागपत में बस अड्डा बनाए जाने की मांग काफी समय से उठ रही थी। जिससे एक ही जगह पर सभी बस मिल सके और यात्रियों को भटकना नहीं पड़े। इसके लिए नगर में बस अड्डा बनाने के लिए पहले सिसाना के पास जमीन देखी गई तो उसके बाद नौरोजपुर रोड पर बस अड्डा बनाने की बात कही गई, लेकिन किसी भी जगह जमीन को फाइनल नहीं किया जा सका।
इसके बाद चमरावल रोड पर दुड़भा गांव के पास बस अड्डे के लिए जमीन चिह्नित की गई। दुड़भा में राजकीय महाविद्यालय की खसरा नंबर 280 की .4150 हेक्टेयर जमीन को पिछले वर्ष अगस्त में उप्र राज्य सडक़ परिवहन निगम के नाम स्थानांतरित की गई थी, लेकिन उसके बाद से बजट का इंतजार चल रहा था। एक साल से अधिक समय होने के बाद भी बस अड्डे के निर्माण की कोई प्रक्त्रिस्या नहीं होने पर दोबारा से मामला लंबा खींचता दिख रहा था। मगर सरकार ने बस अड्डे के लिए तीन करोड़ 30 लाख रुपये का बजट मंजूर कर दिया है। जिसके बाद बस अड्डा निर्माण की प्रक्त्रिस्या शुरू हो गई है।
– बागपत में बस अड्डा निर्माण के लिए तीन करोड़ 30 लाख रुपये का बजट मंजूर हो गया है। जिसके बाद राजकीय निर्माण निगम को बस अड्डा बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बस अड्डे का निर्माण जल्द शुरू होने की उम्मीद है। – केके शर्मा, आरएम रोडवेज मेरठ