प्रयागराज: 24 फरवरी को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक अहमद के साम्राज्य के बिखरने की उलटी गिनतियां शुरू हो गई। इस हत्याकांड के बाद अतीक अहमद का पूरा परिवार बिखर गया।

उमेश पाल हत्याकांड में माफिया के बेटे असद समेत उसके तमाम गुर्गों का नाम सामने आया। अतीक की बेगम शाइस्ता परवीन पर हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप लगा। 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने असद और शूटर गुलाम को झांसी में मार गिराया। अगले दो दिन बाद 15 अप्रैल को प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के पास तीन शूटरों ने पुलिस की कस्टडी में रहे माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी।

उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद की बेगम शाइस्ता परवीन पुलिस की गिरफ्त से फरार है। यूपी पुलिस ने उसपर 50 हजार का इनाम घोषित किया है। आईये जानते हैं कौन है शाइस्‍ता परवीन और कैसे एक पुलिस वाले की बेटी ने राजनेता से जरायम की दुनिया का सफर तय किया।

शाइस्ता परवीन के पिता पुलिस में थे, 1996 में अतीक अहमद से शादी से पहले इसकी जिंदगी बिल्कुल अलग थी। इससे पहले वह कभी भी अवैध गतिविधियों में शामिल नहीं थी। उसने 12 वीं तक की पढ़ाई की है। शाइस्ता की शादी 1996 में अतीक अहमद के साथ हुई थी। यह वह वक्त था जब अतीक जुर्म की दुनिया का बादशाह बनने को बेताब था।

शाइस्ता ने साल 2021 में राजनीति की दुनिया में अपना कदम रखा। वह असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM पार्टी जुड़ी। इस दौरान अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद था और उसपर लगातार खतरे बढ़ रहे थे। शाइस्ता ने जनवरी, 2023 में AIMIM से इस्तीफा देकर बसपा ज्वाइन कर लिया और प्रयागराज मेयर चुनाव के टिकट के लिए प्रबल उम्मीदवार बन गई।

हालांकि उमेश पाल हत्याकांड में उन पर साजिश रचने और शूटरों को पनाह देने के आरोप लगे और वह फरार हो गईं। जिसके बसपा बैकफुट पर आ गई और बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा- “शाइस्ता परवीन को मेयर चुनाव में टिकट नहीं मिलेगा।”

माफिया अतीक अहमद 100 से अधिक मुकदमों में आरोपी था। जबकि रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाइस्ता पर 4 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता ने साजिश रची थी और असद व गुलाम को जिले से बाहर भागने में मदद की थी।

शाइस्ता का सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में बंद है। उसपर साल 2018 में एक व्यापारी से जबरन वसूली, मारपीट और अपहरण के आरोप लगा है। दूसरा बेटा अली हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के आरोप में प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। तीसरे बेटे असद को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। जबकि अन्य 2 बेटे नाबालिग हैं।