ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 8 साल पहले मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगे पर तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार को घेरा।

में सरवट बझेड़ी रोड पर आयोजित एआईएमआईएम की जनसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने अगले विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की बात कहते हुए समाजवादी पार्टी को ही निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि जिस समय मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक दंगे हुए उस समय विधानसभा में लगभग 70 मुस्लिम विधायक थे, लेकिन उन्हें इतना कमजोर कर दिया था कि वे कुछ आवाज नहीं उठा पाए। उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त करना चाहते हैं कि अगले 2022 के विधानसभा चुनाव में जब मजलिस का उम्मीदवार जीत कर विधानसभा में जाएगा। वह हर नाइंसाफी के खिलाफ अपनी आवाज उठाएगा। चाहे वह नाइंसाफी मुस्लिम के साथ हो या किसी हिंदू भाई के साथ हो या किसी दलित भाई के साथ हो।

जनसभा में भीड़ उमड़ने पर एआईएमआईएम अध्यक्ष खुश दिखे। इससे पहले वह सीधे खालापार पुलिस चौकी के निकट गहरा बाग में जमीअतुल कुरैश के जिलाध्यक्ष हाजी शमीम के आवास पर पहुंचे वहां पर उन्होंने मकान की छत पर पहुंचकर कुछ गिने-चुने लोगों के साथ नमाज अदा की। असदुद्दीन ओवैसी के यहां पहुंचने की सूचना पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। हालांकि उन्होंने लोगों से जनसभा में ही चलने की अपील की और उनका अभिवादन स्वीकार कर जनसभा के लिए रवाना हो गए।