मुजफ्फरनगर। सिसौली में भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की 88वीं जयंती जागृति दिवस के रूप में मनाई गई। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने जयंती समारोह में एकत्रित होकर महेंद्र सिंह टिकैत को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान सहित तमाम दलों के नेता भी मौजूद रहे।

किसान भवन में आयोजित जयंती समारोह में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें सरकार से कर्ज नहीं, दाम चाहिए। बाबा टिकैत ने भी कभी कर्ज लेने का समर्थन नहीं किया। हमें सरकार के सामने सरेंडर नहीं संघर्ष करना है। इसे देखते हुए भारतीय किसान यूनियन ने भी संघर्ष करने तैयारी की है, जिसमें सबसे बड़ा हथियार ट्रैक्टर होगा।

जैसे भाजपा अपना पन्ना प्रमुख बनाती है, इस प्रकार राकेश टिकैत ने अपनी कमांड में ट्रैक्टर प्रमुख बनाकर उन्हें प्रमाणपत्र सौंपे। किसानों से अपील की सरकार का कर्ज उतारकर आंदोलन के लिए तैयार रहें। राकेश टिकैत ने बताया कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्र का दौरा किया था। उन लोगों का पुलिस व नक्सली दोनों शोषण कर रहे हैं। 50 आदिवासी लोगों का समूह आठ दिन के लिए सिसौली किसान मुख्यालय की यात्रा पर आएगा। उन्होंने घोषणा की कि अब अगली महापंचायत गांव मुण्डभर में 17 अक्टूबर को होगी।

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसान बारूद के ढेर पर है। गन्ना या फसल के रेट की बात नहीं है। किसान बिरादरी को अपनी इज्जत बचाने के लिए एक होना पड़ेगा। हम सबको एक होकर लंबी लड़ाई लड़नी होगी। जो भाकियू से निकलकर अलग-अलग संगठन बने हैं वह भी अपने ही हैं। उन्होंने लखीमपुर खीरी कांड में अजय मिश्र टेनी से मिलने वाल सिसौली के 13 लोगों के दल को गद्दार शब्द से परिभाषित किया।

कार्यक्रम मे केन्द्रीय राज्यमंत्री मंत्री डॉ. संजीव बालियान, रालोद विधायक मदन भैया, विधायक राजपाल बालियान, अनिल कुमार, वंदना वर्मा, प्रसन्न चौधरी, चंदन चौहान, राजपाल बालियान, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, श्रीकांत त्यागी, बाबा श्याम सिंह मलिक, किसान नेता राजू अहलावत, सपा नेता इकरा हसन आदि लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की जयंती पर किसान भवन पर किसानों ने खाने के अलग अलग प्रकार के स्टाल लगाए। इस दौरान आयोजित रक्तदान शिविर में 75 किसानों ने रक्तदान किया। स्कूलों के छात्र छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।