नई दिल्ली। देश के बड़े बिजनेस टाइकून और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की तबीयत रविवार की देर रात में अचानक बिगड़ गई। अचानक से ब्लड प्रेशर काफी डाउन होने के बाद उनको आनन फानन में मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। 86 वर्षीय बिजनेसमैन को रविवार की देर रात करीब 1 बजे अस्पताल लाया गया। फिलहाल डॉक्टर्स की टीम उनकी निगरानी कर रही है।

मिड-डे की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रीच कैंडी अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने पुष्टि की है कि रतन टाटा को रात 12.30 से 1.00 बजे के बीच अस्पताल ले जाया गया. उनका ब्लड प्रेशर बहुत गिर गया था. उन्हें तुरंत आईसीयू में ले जाया गया, जहां जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. शारुख अस्पी गोलवाला की लीडरशिप में मेडिकल एक्सपर्ट्स की एक टीम उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है.

टाटा की ओर से आई सफाई
अस्पताल में भर्ती होने के बाद रतन टाटा की ओर सफाई आई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ग् (पूर्व में ट्विटर) पर रतन टाटा के अकाउंट से कहा गया कि “मेरे स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है. उम्र और मेडिकल हालात को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है. उम्र और मेडिकल स्थिति के कारण ये रूटीन चेकअप का हिस्सा है. मेडिकल चेकअप के लिए भर्ती कराया गया है. मेरे स्वास्थ्य को लेकर कोई अफवाह न फैलाई जाए.“

टाटा का समृद्ध इतिहास
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा, जिन्होंने टाटा समूह को आकार दिया और ग्रुप ने कई उपलब्धियां हासिल की है. अपनी विनम्रता के लिए जाने जाने वाले रतन टाटा ने मार्च 1991 में ग्रुप के चेयरमैन के रूप में कार्यभार संभाला और 2012 में पद छोड़ दिया. रतन टाटा 17 साल की उम्र में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी, यूएस गए और आर्किटेक्चर और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.

रतन टाटा 1962 में टाटा इंडस्ट्रीज में असिस्टेंट के रूप में टाटा ग्रुप का हिस्सा बने और टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी के जमशेदपुर प्लांट में छह महीने तक प्रशिक्षण लिया, जिसे अब टाटा मोटर्स के नाम से जाना जाता है. बाद में उन्होंने टिस्को, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (ज्ब्ै) में काम किया और 1986 से 1989 तक एयर इंडिया के चेयरमैन के रूप में भी काम किया.