बागपत। हिस्ट्रीशीटर को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। उसकी लाश खाली पड़े मकान में पड़ी मिली। वहीं मौके का मंजर देख लोग कांप उठे। उधर, पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की हत्या के मामले में जांच शुरू कर दी है।

बागपत जनपद में रमाला क्षेत्र के सूप गांव में हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र की तीन गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका शव एक खाली पड़े मकान में चारपाई पर पड़ा मिला। शराब पीकर हुए झगड़े में दोस्त समेत तीन के खिलाफ गोली मारकर हत्या करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

सूप निवासी जितेंद्र (45) पुत्र इंद्रपाल का शव गुरुवार सुबह गांव के ही प्रवीण के खाली मकान में पड़ा मिला। उसको दो गोलियां सीने और एक सिर में मारी गई थी। जितेंद्र सूप की हत्या की सूचना पर एसपी नीरज कुमार जादौन समेत अन्य अधिकारी व कई थानों की पुलिस वहां पहुंची और शव पोस्टमार्टम को भेज दिया।

उसके पिता इंद्रपाल ने बताया कि जितेंद्र को दोस्त अंकुर पुत्र अमरपाल निवासी सूप व एक अज्ञात के साथ बैठकर शराब पीते हुए देखा था। उन्होंने नरेंद्र पुत्र शीशपाल निवासी दोघट को फोन करके बुलाया।

उसने बताया कि उनके बीच शराब पीकर किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ और उन तीनों ने जितेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी। एसपी ने बताया कि तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके तलाश शुरू कर दी गई है।

एसपी नीरज कुमार जादौन के अनुसार हिस्ट्रीशीटर जितेंद्र सूप पर हत्या व लूट समेत 12 मुकदमे दर्ज हैं। उसने दो सितंबर 2019 को तीन बदमाशों अरविंद, संजीव व नितिन संग तुगाना में बैंक लूटने की साजिश रची थी। उसके बाद बैंक लूट की घटना को अंजाम दिया था और उसमें जितेंद्र पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हुआ था। वहीं हत्यारोपी नरेंद्र पर भी चोरी के दो मुकदमे बताए गए हैं।