मुजफ्फरनगर। नुमाईश कैम्प अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में भाकियू का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। भाकियू के धरने को खत्म कराने के लिए मौके पर पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट और गन्ना अधिकारी को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक किसानों के गन्ने का भुगतान नहीं होगा तब तक यह धरना जारी रहेगा। शुगर मिल चालू करने से पूर्व किसानों का बकाया गन्ना भुगतान देना होगा। धरने पर तीसरे दिन भाकियू ने आलू पूरी आदि भोजन तैयार कराया। धरने पर मौजूद सभी किसानों ने भोजन किया।
शुक्रवार को फिर दोबारा से नगर मजिस्ट्रेट और गन्ना अधिकारी भाकियू के धरने पर पहुंचे। उन्होंने भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से वार्ता करते हुए इस धरने को यहीं पर समाप्त करने के लिए कहा। वार्ता में मौजूद किसान इस बात पर भडक गए। राकेश टिकैत ने दोनों अधिकारियों से वार्ता करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने 20 अक्तूबर तक गन्ने का भुगतान कराने का आश्वासन दिया था। लेकिन शुगर मिलों ने किसानों को बकाया गन्ना भुगतान नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह झूठा वादा किया था। इस बात को लेकर किसानों ने भी कडी नाराजगी जताई है। राकेश टिकैत ने कहा कि पंचायत में होने वाले फैसले मान्य होगे। फैसला होने के बाद भी पुलिस दोनों पक्षों से सुविधा शुल्क लेती है अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी शुगल मिलों के जीएम को धरने पर ही आना होगा। पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने बताया कि मंडी में क्रय केन्द्र को बंद कर दिया गया। वहीं किसानों की धान को नहीं तोला गया। किसानों का फोन होने पर वे अन्य किसानों के साथ मौके पर पहुंचे और एक क्रय केन्द्र को चालू कराया। वहीं चेतावनी दी गई कि यदि किसानों का उत्पीडन किया गया तो वह सहन नहीं किया जाएगा। धरने पर राजपाल, धीरज लाटियान, धर्मेन्द्र मलिक, राजू अहलावत, विनोद कुमार, महिपाल सिंह, मनोज, सुरन्द्र, सोहनवीर, चन्द्रपाल, जयपाल, जगमाल सिंह, सतीश, आदेश, विरेन्द्र, सोमपाल, सुमित, सुरेश कुमार आदि किसान मौजूद रहे।