मुजफ्फरनगर। जिले के एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में आने के कारण दीपावली पर्व पर इस बार पटाखा बाजार नहीं लगेगा। वहीं पटाखा दुकान लगाने के लिए अनुमति की चाहत में दुकानदार अग्निशमन और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के चक्कर काटते रहे।
जिला मुजफ्फरनगर एनसीआर में शामिल किया है। जिस कारण जिले में प्रदूषण को लेकर विशेष चिंता बनी रहती हैं। प्रदूषण के कारण ही जिले में दीपावली पर ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गई है और अन्य पटाखों के चलाने पर प्रतिबंध लगाया है। यहीं कारण हैं कि इस बार दीपावली पर पटाखा बाजार लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जबकि एनसीआर में शामिल होने से पहले जिले में पटाखा बाजार खुले स्थान पर लगता रहा है।
दीपावली पर पटाखा बाजार लगने की उम्मीद में शनिवार शाम तक पटाखा व्यापारी अग्निशमन विभाग, सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय के बाहर इधर से उधर घूमते रहे। शाम तक भी पटाखा बेचने के लिए आदेश जारी नहीं हुए तब यह व्यापारी वापस लौटे।
हालांकि एनसीआर की भंवर में फंसे जिले में पटाखा बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया हुआ है। मगर पटाखा व्यापारियों ने करोड़ों का पटाखों का अवैध रूप से भंडार किया हुआ है, जो गली मोहल्लों में बेचा जा रहा है।
17 अक्तूबर : नई मंडी के पटेल नगर में अधिकारियों ने कार्रवाई कर 335 किलो पटाखे बरामद कर सपा नेता सचिन अग्रवाल को गिरफ्तार किया। मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जमानत पर छोड़ा।
18 अक्तूबर : बुढ़ाना पुलिस ने बंद पड़ी पटाखा फैक्टरी में अवैध रूप से भारी मात्रा में बनाएं कई लाख कीमत के पटाखे पकड़े। एक आरोपी भी गिरफ्तार किया।
18 अक्तूबर : शाहपुर थाना पुलिस ने एक घर में बनाएं जा रहे एक लाख कीमत के पटाखे बरामद किए। तीन आरोपी भी पकड़े।
19 अक्तूबर : चरथावल के पावटी रोड पर गोदाम में चलाई जा रही अवैध पटाखा फैक्टरी पकड़ी। दो आरोपी गिरफ्तार किए।
एनसीआर में शामिल होने के कारण मुजफ्फरनगर में पटाखा बाजार नहीं लगाया जा रहा है। यदि कोई अवैध रूप से पटाखा बेचेगा तो कार्रवाई होगी