मुजफ्फरनगर। पांच सितंबर को होने वाली किसान महापंचायत को लेकर शासन ने पूर्व में जनपद में रहे तेज-तर्रार पुलिस अफसरों को तीन से पांच सितंबर तक तैनात किया है। इनमें लखनऊ के अपर पुलिस आयुक्त यातायात श्रवण कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर संजीव वाजपेयी, अपर पुलिस अधीक्षक आगरा शिवराम यादव, सीओ बरेली चमन सिंह चावड़ा, सीओ संभल अरुण कुमार सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर पीपी सिंह शामिल हैं। उक्त सभी अफसर पूर्व में जनपद में लंबे समय तक तैनात रह चुके हैं, जिन पर एक बार फिर शासन ने महापंचायत को लेकर भरोसा जताया है। 

इनके साथ ही देवबंद कोतवाल इंस्पेक्टर योगेश शर्मा, शामली से इंस्पेक्टर पंकज त्यागी व इंस्पेक्टर जसवीर सिंह, दरोगा कपिलदेव, दरोगा धर्मेंद्र सिंह, दरोगा सूबे सिंह यादव, दरोगा मनोज कुमार चहल, दरोगा समयपाल अत्री और दरोगा वीरेंद्र कसाना भी तीन सितंबर से पांच सितंबर तक जनपद में ही अपनी सेवाएं देंगे।

किसान महापंचायत के लिए प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान भी जारी कर दिया है। इसके तहत रुड़की व सहारनपुर की ओर से आने वाले वाहन हाईवे से होते हुए भोपा बाईपास से वाया विश्वकर्मा चौक होकर शहर में एंट्री दी जाएगी। वहीं, मेरठ से आने वाले वाहनों के लिए भी हाईवे से भोपा बाईपास वाया विश्वकर्मा चौक शहर में एंट्री मिलेगी। शामली व पानीपत की ओर से आने वाले वाहन पीनना-वहलना बाईपास होते हुए हाईवे और फिर वहां से भोपा बाईपास वाया विश्वकर्मा चौक शहर में प्रवेश करेंगे। सभी रूट के लिए शहर से निकलने के लिए भी यही मार्ग तय रहेगा। इसके साथ ही विशेष परिस्थितियों के लिए भी रूट डायवर्जन प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत, हरिद्वार-रुड़की से आने वाले वाहनों के लिए पुरकाजी, धमात गंगनहर पुल, भोकरहेड़ी व मोरना रूट तय किया गया है। 

वहीं, मेरठ-मुजफ्फरनगर के लिए विशेष परिस्थितियों में वाया ककरौली-जानसठ मार्ग का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, मंसूरपुर के लिए जानसठ बाईपास से सिखेड़ा होते हुए मंसूरपुर के साथ ही वहलना-पीनना बाईपास होते हुए शाहपुर के गांव मीरापुर बाईपास, वहां से पुरबालियान होते हुए मंसूरपुर रूट रहेगा। वहीं, खतौली के लिए सिखेड़ा, जानसठ होते हुए खतौली और दूसरी ओर वहलना-पीनना बाईपास होते हुए वाया गांव मीरापुर से शाहपुर, बुढ़ाना व रतनपुरी होते हुए खतौली का मार्ग नियत रहेगा।

मुजफ्फरनगर में पांच सितंबर को होने वाली किसान संयुक्त मोर्चा की किसान महापंचायत की तैयारियों को लेकर एडीजी राजीव सभरवाल ने गुरुवार देर शाम शहर में पहुंचकर जीआईसी ग्राउंड, रेलवे स्टेशन समेत रूट मैप का निरीक्षण किया। एडीजी ने शहर के एंट्री प्वाइंट्स पर वाहन पार्किंग स्थल बनाए जाने के निर्देश दिए।

कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सितंबर को होने वाली किसान महापंचायत को लेकर एडीजी राजीव सभरवाल गुरुवार शाम शहर में पहुंचे। यहां उन्होंने एसएसपी अभिषेक अग्रवाल व एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय के साथ जीआईसी ग्राउंड का निरीक्षण किया। ग्राउंड में एंट्री व एग्जिट गेट के साथ ही एडीजी ने महापंचायत के मंच स्थल के बारे में भी जानकारी ली। भाकियू नेताओं से भी वार्ता कर विभिन्न जानकारी ली। इसके बाद एडीजी ने रेलवे स्टेशन के साथ ही जीआईसी ग्राउंड से सटे रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और सरवट फाटक तक का पैदल भ्रमण कर सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहीं, एडीजी ने महापंचायत को लेकर निर्धारित किए गए रूट मैप का भी निरीक्षण करते हुए शहर के एंट्री गेटों पर स्थित ग्राउंड्स, कॉलेज मैदानों में ही वाहन पार्किंग स्थल बनाए जाने के निर्देश दिए। 

प्रस्तावित किसान महापंचायत को लेकर जनपद में पांच सितंबर को अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। एडीजी राजीव सभरवाल ने बताया कि इसके लिए जोन के सभी जनपदों से पुलिस फोर्स जनपद में उपलब्ध रहेगा। वहीं, जनपद के देहात क्षेत्रों के साथ ही पुलिस लाइन का अतिरिक्त पुलिस बल भी ड्यूटी पर रहेगा। इसके साथ ही छह कंपनी पीएसी, दो कंपनी आरआरएफ और पैरामिलिट्री फोर्स भी शहर क्षेत्र में ड्यूटी पर रहेगा।

पांच सितंबर को जीआईसी ग्राउंड में होने वाली किसान महापंचायत में आसपास के जनपदों के साथ ही प्रदेश के पूर्वोत्तर जनपद, हरियाणा और पंजाब से भी बड़ी संख्या में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में बाहर से आने वाले किसानों को किसी तरह की खाने-पीने संबंधी परेशानी न हो, इसके लिए भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने शहर के लोगों से किसानों की आवभगत करने की अपील की है।

गुरुवार शाम जीआईसी ग्राउंड में व्यवस्थाएं देखने पहुंचे भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि शहर के लोग रविवार को शहर में आने वाले बाहरी किसानों के स्वागत की खातिर अपने घरों के दरवाजे खुले रखें। स्थानीय लोग बाहर से आने वाले किसानों के खाने-पीने की व्यवस्था करने में भी सामने आकर भाकियू का साथ निभाते हुए अतिथि देवो भवः की भारतीय परंपरा का निर्वहन करें।