मंसूरपुर। मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में लिंग परिवर्तन के मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने ऑपरेशन के लिए लाने वाले दोस्त ओमप्रकाश और डॉक्टर रजा फारूकी समेत चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित ने अपने साथी पर कुकर्म का आरोप भी लगाया है। इसके अलावा डॉक्टर पर मारपीट, धमकी देने और गलत तरीके से ऑपरेशन करने का आरोप भी लगाया गया है।

बुधवार को शाहपुर थाना क्षेत्र के पीड़ित के मामले में भाकियू ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए धरना प्रदर्शन किया था। बृहस्पतिवार को पीड़ित की ओर से दी गई तहरीर पर मंसूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सीओ खतौली रामाशीष यादव ने बताया कि धारा 377, 326, 323, 420 और 506 में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच कराई जा रही है। भाकियू ने निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होने पर दिल्ली-देहरादून हाईवे पर जाम लगाने की चेतावनी दी थी।

गांव सांझक निवासी पीड़ित युवक ने पुलिस को बताया कि भोपा रोड स्थित पेपर मिल में तीन साल पहले काम करने के लिए गया था। यहां पर उसकी दोस्ती सोरम गांव निवासी फोरमैन ओमप्रकाश से हुई। आरोपी ने उसे अपने कमरे पर बुलाकर कुकर्म किया। तंत्र-मंत्र की क्रिया भी की। आरोपी उसे बहला फुसलाकर चार जून को दो अज्ञात लोगों के साथ मिलकर मारपीट करते हुए मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज ले गया जहां बाथरूम में ले जाकर कुकर्म किया। आरोप है कि डॉक्टर रजा से मिलकर छह जून को उसका प्राइवेट पार्ट कटवा दिया। आरोप है कि डॉक्टर ने उसे कहा कि तुम्हें लड़के से लड़की बना दिया है। होश में आने पर उसने परिजनों को जानकारी दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।

पिता बोला, मुझे चाहिए इंसाफ पीड़ित के पिता का कहना है कि उसे इंसाफ मिलना चाहिए। जिन लोगों ने उसके बच्चे के साथ ऐसा किया है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीड़ित पक्ष का कहना है कि उसके पिता का नाम भी गलत दर्शाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. कीर्ति गोस्वामी का कहना है कि सीओ ने उनसे मुलाकात की थी। कॉलेज की तरफ से पुलिस को सभी सुबूत दे दिए हैं। डॉक्टर ने कोई भी गलत काम नहीं किया है। मेडिकल कॉलेज के पास सभी तथ्य उपलब्ध हैं।

सीएमएस ने यह भी बताया कि ऑपरेशन में सिर्फ 15 हजार रुपये खर्च हुए हैं। इसमें भर्ती होने से लेकर वर्तमान उपचार तक भी खर्च शामिल हैं। तीन साल से नगमा रख लिया था पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मेडिकल के प्रमाणपत्रों में सामने आया है कि तीन साल से पीड़ित ने अपना नाम नगमा रख लिया था। इस दौरान उसकी ओमप्रकाश के साथ गहरी दोस्ती भी थी।