कब्जामुक्त कराई गई करोड़ों रुपयों कीमत की बंजर भूमि पर ग्राम प्रधानपति द्वारा रातों-रात ट्रैक्टर-ट्राली से मिट्टी का भराव कराने व इंटरलाकिंग ईंटे लगवाने के मामले में लेखपाल ने उक्त प्रधानपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

करीब एक वर्ष कुछ लोगों ने गांव रसूलपुर के रकबे में खसरा नंबर 182 में दर्ज भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया था। इसके बाद प्रशासनिक टीम ने उक्त भूमि को कब्जा मुक्त कराकर उसकी तारबंदी कराकर पौधे रोपित कराए थे। कुछ दिन पूर्व रसूलपुर की ग्राम प्रधान सन्नों के पति अख्तर ने उक्त भूमि पर कब्जा करने की नीयत से बिना अनुमति अवैध निर्माण कराया था। इसकी जानकारी लोगों को उस समय लगी थी जब उक्त प्रधानपति रातों-रात ट्रैक्टर-ट्राली से उक्त भूमि में मिट्टी डलवा रहा था तथा लोगों को सुबह के समय उक्त भूमि पर ईंटलाकिंग ईंटे भी लगी मिली थी। इसके बाद लोगों ने मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी जानसठ से की थी। इसके बाद तहसीलदार संजय सिंह अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंचे तथा उक्त भूमि पर कराए गए निर्माण को अवैध बताते हुए जेसीबी से निर्माण ध्वस्त कराने की निर्देश दिए थे। शनिवार की देररात्रि लेखपाल ओमबीर सिंह ने आरोपित अख्तर के खिलाफ 3/4 लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा दर्ज होते ही आरोपित प्रधानपति फरार हो गया तथा पुलिस गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

बता दें कि जेसीबी से अवैध कब्जे को ध्वस्त कराने के दौरान प्रधानपति ने स्वंय ही उक्त ईंटों को हटवाने का अनुरोध अधिकारियों से किया था। जब तक टीम मौके पर रही तब तक मजदूर अवैध निर्माण को हटाते रहे, लेकिन टीम के आते ही उक्त अवैध निर्माण ऐसे ही रह गया तथा शेष ईंटें आज तक भी सरकारी भूमि में ऐसे ही लगी हुई हैं।