मुजफ्फरनगर। नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के पचेंडाकलां गांव के प्रधान पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवा कर चुनाव लडऩे के मामले में नई मंडी कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पूर्व शिकायत पर प्रधान का कोरी जाति का प्रमाणपत्र प्रशासन ने निरस्त कर दिया था।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंचायत चुनाव के लिए ग्राम पंचायत पचेंडा कलां अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हुई थी। गांव के ही धर्मेंद्र ने अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर नामांकन किया था। धर्मेंद्र के सामने डा. मोनिका सिंह ने भी चुनाव लड़ा था। चुनाव में धर्मेंद्र चुनाव जीत गए थे, जबकि डा. मोनिका सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। इसके चलते डा. मोनिका सिंह ने निर्वाचित ग्राम प्रधान धर्मेंद्र के विरुद्ध याचिका दाखिल की थी।

डा. मोनिका का कहना था कि धर्मेंद्र ने अपनी जाति छिपाते हुए कूट रचित दस्तावेजों से कोरी जाति का प्रमाणपत्र बनवा कर चुनाव लड़ा है। कुछ दिन पूर्व एसडीएम सदर परमानंद झा की आख्या के आधार पर डीएम ने धर्मेंद्र का कोरी जाति का प्रणामपत्र पत्र निरस्त किया है। अब डा. मोनिका सिंह ने नई मंडी कोतवाली में धर्मेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी समेत एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। नई मंडी कोतवाल पंकज पंत ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की है।