फलों में कई सारे विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो बीमारियां दूर करते हैं। कभी भी लोकल और मौसमी फलों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फल खाने के भी कुछ नियम होते हैं। अगर आप इनका ध्यान नहीं रखेंगे तो बीमार पड़ सकते हैं।
फल खाने के फायदे: नियमित फल खाने से जरूरी पोषण मिलता रहता है, जो दिल व दिमाग की बीमारी दूर करते हैं। इनका सेवन पेट के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा राधामोनीके मुताबिक फल खाते हुए 5 नियमों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
फल खाने के आयुर्वेदिक नियम
अगर आपको एसिडिटी, एसिड रिफ्लक्स, हार्टबर्न, गैस, ब्लोटिंग जैसी पेट की कोई भी दिक्कत है तो हमेशा पूरा पका फल ही खाएं। अधपके फल खाने से आपकी समस्या ज्यादा बढ़ सकती है।
मौसम के मुताबिक हमारे शरीर की स्थिति और जरूरत बदल जाती है। जहां गर्मियों में रसीले फल की आवश्यकता ज्यादा होती है, वहीं सर्दियों में गर्मी देने वाले फूड खाने चाहिए। इसलिए मौसमी फलों का सेवन जरूर करें।
दूध-दही आदि चीजें काफी स्वास्थ्यवर्धक होती हैं। लेकिन इन्हें फलों के साथ नहीं खाना चाहिए। इन्हे खाने से गट हेल्थ बिगड़ जाती है और आपको पेट की तकलीफ हो सकती है।
किसी भी चीज को जरूरत से ज्यादा नहीं खाना चाहिए, चाहे वो हेल्दी ही क्यों ना हो। इससे गैस, अपच, ब्लोटिंग, पेट दर्द हो सकता है। अपने लिए जरूरी मात्रा को किसी एक्सपर्ट से भी पता कर सकते हैं।
अगर आपका पेट सही नहीं रहता और खाना पच नहीं पाता तो स्ट्यू फ्रूट का सेवन कर सकते हैं। फलों को अच्छी तरह पकाकर खाएं, इसके लिए सेब, नाशपाती जैसे फाइबर फ्रूट खाएं। इससे पाचन तेज होता है।