रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों वेस्टइंडीज दौरे पर है. यहां भारतीय टीम को 2 टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 मैचों की सीरीज खेलना है. पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से हुआ था, जिसमें टीम इंडिया ने पारी और 141 रनों के अंतर से जीत दर्ज की है. भारतीय टीम ने करीब ढाई दिन में ही यह मैच अपने नाम कर लिया था.

वेस्टइंडीज टीम इससे पहले वनडे वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई भी नहीं कर सकी थी. क्वालिफाइंग राउंड में उसका बुरा हाल हुआ. ऐसे में इस टेस्ट सीरीज से पहले ही दिग्गजों और फैन्स ने यह बता दिया था कि वेस्टइंडीज की टीम बेहद कमजोर है और टीम इंडिया उसे क्लीन स्वीप कर देगी. पहला टेस्ट का नतीजा देखकर लगता है कि सच में भारतीय टीम क्लीन स्वीप कर सकती है.

आखिर फैन्स और दिग्गजों ने वेस्टइंडीज को कमजोर क्यों समझा? क्या वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी इसलिए? दरअसल, इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि वेस्टइंडीज के बड़े खिलाड़ियों को टीम में शामिल ही नहीं किया गया है. निकोलस पूरन और शिमरोन हेटमायर जैसे दमदार खिलाड़ी टीम में नहीं हैं.

इन दोनों समेत कुछ स्टार प्लेयर अमेरिका में जारी मेजर लीग क्रिकेट (MLC) में खेल रहे हैं. इस टूर्नामेंट में कुल 6 टीमें हैं, जिनमें 5 टीमों में वेस्टइंडीज के कुल 8 खिलाड़ी खेल रहे हैं. यह सभी प्लेयर अकील हुसैन, सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, कीरोन पोलार्ड, निकोलस पूरन, शिमरोन हेटमायर, हेडन वॉल्श जूनियर और ड्वेन ब्रावो हैं.

हालांकि इनमें से सुनील नरेन, आंद्रे रसेल, कीरोन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो अब वेस्टइंडीज के लिए कम ही खेलते नजर आते हैं. खासकर टेस्ट मैच में तो यह प्लेयर काफी समय से नहीं खेले हैं. पोलार्ड ने तो डेब्यू भी नहीं किया. जबकि इन 8 खिलाड़ियों में से 4 प्लेयर ऐसे हैं, जो वेस्टइंडीज की टेस्ट टीम में खेल सकते थे.

यह चारों खिलाड़ी 27 साल के निकोलस पूरन, 26 साल के शिमरोन हेटमायर, 30 साल के अकील हुसैन और 31 साल के हेडन वॉल्श जूनियर हैं. यदि यह चारों प्लेयर वेस्टइंडीज टीम में शामिल होते तो टेस्ट मैच का रोमांच कुछ अलग हो सकता था.

हेटमायर ने आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था. वो अभी अच्छी फॉर्म हैं. साथ ही निकोलस पूरन ने टेस्ट में अब तक डेब्यू नहीं किया, लेकिन वनडे में वो जबरदस्त फॉर्म में हैं. उन्होंने पिछले 7 वनडे मैचों में 2 शतक जमाए हैं. यह मैच वर्ल्ड कप क्वालिफायर के तहत खेले गए थे. ऐसे में पूरन को टेस्ट में मौका दिया जा सकता था.

इनके अलावा लेफ्ट-आर्म ऑर्थोडॉक्स अकील हुसैन और लेग-स्पिनर हेडन वॉल्श को भी टेस्ट सीरीज में मौका दिया जा सकता था. पहले टेस्ट में भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (12) और रवींद्र जडेजा (5) ने मिलकर 20 में से कुल 17 विकेट लिए थे. ऐसे में यदि अकील और हेडन भी वेस्टइंडीज टीम में होते तो भारतीय टीम के लिए रन बनाना मुश्किल हो सकता था. आइए जानते हैं इन चारों प्लेयर्स के अब तक के इंटरनेशनल रिकॉर्ड…

स्पिनर अकील हुसैन
28 वनडे – 57 विकेट
34 टी20 – 26 विकेट

बैटर शिमरोन हेटमायर
16 टेस्ट – 838 रन
47 वनडे – 1447 रन
50 टी20 – 797 रन

विकेटकीपर बैटर निकोलस पूरन
61 वनडे – 1983 रन
75 टी20 – 1486 रन

लेग स्पिनर हेडन वॉल्श
22 वनडे – 28 रन
38 टी20 – 31 रन

वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने दूसरे टेस्ट के लिए स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है. दूसरे टेस्ट के लिए विंडीज टीम में ज्यादा फेरबदल नहीं हुआ है. 13 सदस्यीय टीम में रेमन रीफर के स्थान पर केविन सिंक्लेयर को जगह मिली है. सिंक्लेयर एक ऑफ-स्पिनर हैं और उन्होंने अबतक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है.

टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जयसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी.

दूसरे टेस्ट के लिए वेस्टइंडीज टीम: क्रेग ब्रैथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड (उप-कप्तान), एलिक अथानाजे, टेगेनरीन चंद्रपॉल, रहकीम कॉर्नवॉल, जोशुआ दा सिल्वा, शैनन गेब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, किर्क मैकेंजी, केविन सिंक्लेयर, केमार रोच, जोमेल वॉरिकन.