मुजफ्फरनगर। सिंचाई विभाग के टेंडर को लेकर राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल और भाजपा नेता सत्यप्रकाश रेशू के बीच रार बढ़ गई है। रेशू ने प्रेसवार्ता कर अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल और उद्यमी एवं भाजपा नेता सत्यप्रकाश रेशू के बीच चली आ रही खींचतान खुलेआम आरोप-प्रत्यारोप तक पहुंच गई है। नाराज रेशू ने पलायन का पोस्टर जारी कर दिया। सिंचाई विभाग के टेंडर को लेकर मंत्री पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मंत्री उत्पीड़न कर रहे हैं। उनके आवास पर अलग-अलग तरह के आदमी भेजे जा रहे हैं।
शहर के परिक्रमा मार्ग स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में रेशू ने कहा कि सिंचाई विभाग के टेंडर को बिना वजह रद्द करा दिया गया। मंत्री को हमने हर संभव सहयोग किया, लेकिन वह अपने कद से छोटी बातों में उलझ रहे हैं। उनके स्टाफ के लोग आकर ही असलियत बताते हैं। बेवजह दबाव बनाने की कोशिश है, लेकिन हम इंसाफ की लड़ाई लड़ेंगे। हमने हर कदम पर कपिल देव अग्रवाल का सहयोग किया है, लेकिन वह नहीं माने। अब हम बड़ी लकीर खींचने के लिए तैयार हैं। पिछले 15 साल से यह मामला चला आ रहा है। उनके साथ क्रांति सेना के अध्यक्ष ललित मोहन शर्मा, मास्टर विजय सिंह, सभासद अमित पटपटिया, जयप्रकाश गर्ग मौजूद रहे।
कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं। सत्यप्रकाश रेशू नौटंकी कर रहे हैं। मेरी छवि को खराब करने की कोशिश हैं। जनता सारी हकीकत जानती है। योजनाबद्ध तरीके से आरोप लगाए जा रहे हैं। हम विकास कार्य कराते रहेंगे।
सिंचाई विभाग ने नोटिस जारी कर कहा था कि रेशू एडवरटाइजर्स की नहर, रजबहों, माइनर्स व नालों के पुलों की दोनों ओर पटरियों पर विज्ञापन पट लगाने की अवधि दिनांक 23 अप्रैल को समाप्त हो गई है। होर्डिंग हटाने के लिए तीन बार नोटिस भेजे गए थे। अभी तक होर्डिंग नहीं हटाए गए, जिस कारण नई टेंडर प्रक्रिया भी नहीं हो सकी।
समाजसेवी सत्यप्रकाश रेशू की रेशू एडवरटाइजर्स कंपनी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल समेत अन्य राज्यों में बिजनेस करती है। जबकि राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल भारती एडवरटाइजर्स के पश्चिम यूपी और उत्तराखंड में होर्डिंग है। माना जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच हितों के टकराव को लेकर यह मामला सामने आया है।