तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण में लोग अब व्यवस्थाओं के प्रति आक्रोशित होने लगे हैं। उन्हें उपचार के लिए न अस्पतालों में जगह मिल रही है और न ही सांसे बचाए रखने के लिए ऑक्सीजन। शुक्रवार को बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के सौरम गांव के कुछ लोगों को जब अपने मरीज के लिए कहीं भी बेड नहीं मिला तो वह बुजुर्ग महिला को लेकर सीधे जाट कॉलोनी स्थित बुढ़ाना विधायक आवास पर पहुंच गए और महिला को वहीं लिटा दिया। इसी तरह देखते देखते 5-6 मरीज विधायक आवास पर पहुंच गए।
पहले तो विधायक उमेश मलिक अपने फर्स्ट फ्लोर से लोगों को नीचे समझाते रहे लेकिन जब लोग अपने मरीजों को ले जाने के लिए तैयार नहीं दिखे तो वह मास्क आदि पहनकर नीचे लोगों के बीच में आए। उन्होंने सीएमओ और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से फोन पर संपर्क किया। जिस बुजुर्ग महिला की हालत अधिक खराब थी उसे बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 अस्पताल में भिजवाया, जबकि 2 मरीजों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया।
कुछ मरीजों का ऑक्सीजन लेवल पूरी तरह नियंत्रण में था, उन्हें विधायक ने शाहपुर और बुढ़ाना के सीएचसी पर उपचार के लिए भर्ती कराया। देर शाम तक विधायक मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था करने में जुटे रहे। बाद में उन्होंने कहा क्षेत्र की जनता ने उन्हें वोट दिया है, इसलिए जनता का हक बनता है कि वह अपने मरीज के उपचार के लिए उनसे कहें।कोरोना तेजी से फैलने वाली बीमारी है, इसलिए मरीज को उनके आवास पर लाने के बजाए आवश्यकता पड़ने पर परिजन उनसे संपर्क कर लें।
मीडिया से बातचीत में विधायक ने माना उनके आवास पर इसी तरह से दिल भर में कईं मरीज पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर की स्थिति बहुत खराब है, इसके बारे में वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूरी जानकारी दे चुके हैं। विधायक द्वारा भर्ती कराई गई महिला की भी ईलाज के दौरान मौत हो गई। उसके परिजनों को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी बेगरजपुर मेडिकल कॉलेज द्वारा किस तरह मानसिक रूप से परेशान किया गया, जानने के लिए नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं ओर पढें पूरी खबर