मुजफ्फरनगर। जिले के कचहरी परिसर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर दंपत्ति बच्चों सहित धरने पर बैठ गए। उन्होंने जिला प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप लगाए। पीड़ितो के मुताबिक वह 4 महीने से पन्नी की बनी झोपड़ी में रहकर गुजर-बसर कर रहे है।

मामला बघरा ब्लॉक क्षेत्र के गांव सोजनी जाटान का है। पीड़ित रवि ने जानकारी देते हुए बताया कि 4 महीने पहले तेज बारिश में उसके कच्चे मकान की छत और दीवारें गिर गई थी जिसकी वजह से वह सड़क पर आ गया था। लेकिन बच्चों का पालन पोषण करने के लिए खाली प्लॉट पर ही पन्नी झोपड़ी बनाकर रहने लगा और प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्दी तुम्हें मकान का मुआवजा दिया जाएगा या फिर अन्य जगह कोई मकान दिया जाएगा। पीड़ित रवि ने अवगत कराया कि 4 महीने बीत जाने पर भी अभी तक जिला प्रशासन नहीं जागा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह लगातार जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों को पत्रों के माध्यम से अवगत करा रहे थे कि उनके मकान की छत गिर गई है और उन्हें मकान दिलाया जाए या उनके मकान का निर्माण कराया जाए उन्होंने कहा जब तक मेरा मकान नहीं बनता मैं परिवार के साथ डीएम ऑफिस पर बैठा रहूंगा। पीड़ित रवि ने कहा कि यदि हम मकान लेने के लिए पात्र है तो हमें मकान मिलना चाहिए नहीं तो हमें जेल भेज दो।

पीड़ित रवि ने ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी पर गलत रिपोर्ट बना कर भेजने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले मेरा कच्चा मकान था जिसके बाद बारिश में वह गिर गया और अब वह पन्नी की झोपड़ी में रह रहा है। इसके बावजूद ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी ने रिपोर्ट बनाकर भेजी कि वह कच्चे मकान में रह रहा है। जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों ने घर जाकर निरीक्षण किया है उसके बावजूद भी हमें आवास नहीं मिल रहा है।