गाजियाबाद। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बड़ा हादसा हुआ है। मुरादनगर के श्मशान घाट परिसर में गैलरी की छत गिर गई। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग अभी भी दबे हुए हैं, जबकि 20 से ज्यादा लोग लोगों को मलबे से निकालकर विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद जिले के मुरादनगर स्थित श्मशान घाट में पिलरों पर लिंटर पड़ा था। बारिश में लिंटर अचानक गिर गया। जिसके नीचे 40 से ज्यादा लोग दब गए। दर्दनाक हादसे में 18 लोगों की मौत की हो गई है। अब तक एमएमजी अस्पताल में 18 लोगों के शव आ चुके हैं। आपको बता दें कि हादसे का शिकार हुए सभी लोग मुरादनगर के डिफेंस कॉलोनी निवासी फल विक्रेता जयराम (उम्र करीब-65) की अंत्येष्टि में आए थे। ये सभी लोग अंत्येष्टि के बाद गेट से सटी गैलरी में मौन धारण करने के लिए जमा हुए थे। इसी दौरान ये हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि ढाई माह पहले झोपड़ी नुमा गैलरी का निर्माण कराया गया था। आरोप है कि सरिया को छोड़ निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। गैलरी ढहते ही निर्माण सामग्री चूरे में तब्दील हो गई। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने बचाव अभियान चला रखा हैं। मौके पर भारी भीड़ जमा है। बारिश के कारण बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है।गाजियाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे हैं।

वहीं, गाजियाबाद में श्मशान घाट में परिसर की छत गिरने से दबे लोगों को निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बलवीर दल मुरादाबाद की टीम सूचना मिलते ही रवाना हो गई। उप निरीक्षक आशुतोष पांडे इस टीम की अगुवाई कर रहे हैं। टीम में 20 लोग शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर में छत गिरने की घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस हादसे में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मण्डलायुक्त, मेरठ एवं एडीजी, मेरठ जोन को घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए हैं। ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने नगर पालिका ईओ से निर्माण के मामले में तत्काल पूरी रिपोर्ट मांगी है। उधर शासन ने भी रिपोर्ट तलब की है। कुछ ही देर में कई अधिकारियों पर कार्रवाई होने की संभावना है।