मुजफ्फरनगर। जिले में गन्ने का उत्पादन कम होने के कारण इस बार सत्र का समापन भी समय से पहले हो रहा है। अप्रैल के अंत में बंद होने वाली चीनी मिल अप्रैल के पहले सप्ताह से ही बंद होने लगी है। खाईखेड़ी चीनी मिल सबसे पहले बंद हुई है। इसी के साथ टिकौला चीनी मिल के सत्र का समापन भी हो गया है। जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया ने बताया कि भैसाना और रोहाना चीनी मिल आठ अप्रैल की रात में बंद हो जाएगी। मोरना चीनी मिल के 15 अप्रैल को बंद होने की संभावना है।
जिले की तीन चीनी मिलों खतौली, तितावी और मंसूरपुर को 25 अप्रैल तक पर्याप्त गन्ना मिलने की संभावना है। खतौली चीनी मिल को बागपत जिले का अतिरिक्त गन्ना मिला है। उन्होंने बताया कि इस बार अप्रैल माह के अंत तक गन्ना सत्र का समापन होने की संभावना है। जिले में इस बार सत्र 2023-24 में एक करोड़ क्विंटल गन्ने का कम उत्पादन होने की संभावना है। चीनी का उत्पादन दस लाख क्विंटल कम होने की संभावना है।