उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद के बेहट थानाक्षेत्र से तीन दिन पहले लापता हुए किसान का शव शनिवार की सुबह पूर्वी यमुना नहर में बाबैल बुजुर्ग जल विद्युत परियोजना के जाल में फंसा मिला। पुलिस ने शव को पंचायतनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया है।

कोतवाली बेहट क्षेत्र के गांव बाबैल बुजुर्ग निवासी नरेंद्र उर्फ पप्पू (50) पुत्र गजे सिंह का शव गांव के पास ही पूर्वी यमुना नहर में जल विद्युत परियोजना के जाल में फंसा हुआ था। जाल की सफाई करने पहुंचे परियोजना के कर्मचारियों ने इसकी सूचना बेहट पुलिस को दी।

सीओ मुनीशचंद्र व इंस्पेक्टर बृजेश कुमार पांडेय मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकलवाया और परिजनों की मौजूदगी में पंचायतनामा भरने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया।

परिजनों ने पुलिस को बताया कि नरेंद्र 28 मार्च को घर से साईकिल पर खेत से पशुओं के लिए चारा लाने निकला था। उसकी साईकिल तो तलाश के दौरान खेत पर ही मिल गई थी, लेकिन उसका पता नहीं चल सका था।

परिजनों ने बताया कि नरेंद्र नशे का आदी था। इंस्पेक्टर बृजेश कुमार पांडेय ने बताया, कि मृतक के शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट के कोई निशान नहीं थे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत किन कारणों से हुई इसकी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।