मुजफ्फरनगर। जिले में कुत्ते और बंदर लोगों को लगातार अपना शिकार बना रहे हैं। इससे जिला चिकित्सालय में एंटी रेबीज लगवाने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। रोजाना करीब दो सौ मरीज पहुंचकर इंजेक्शन लगवाते है।

स्वामी कल्याण देव जिला चिकित्सालय में एंटी रेबीज लगवाने के लिए प्रतिदिन 100 या 120 मरीज पहुंचते थे। अब यह संख्या 200 तक पहुंच गई है। वहीं, इंजेक्शन कक्ष के बाहर भी मरीजों की कतार देखने को मिलती है। इससे पहले पर्चा बनवाने के लिए भी आठ नंबर कक्ष में मरीजों की भीड़ रहती है। चिकित्सक के लिखने के बाद ही मरीज को एंटी रेबीज लगाया जाता है। जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की बढ़ती हुई संख्ता को देखते हुए लगातार वैक्सीन मंगाई जा रही है।

सीएमएस डॉ. राकेश ने कहा कि एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में इजाफा होने का कारण शहर में बंदरों और कुत्तों की संख्या बढ़ना माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह कुत्तों का झुंड दिखाई देता है। उधर, कुछ कॉलोनियों में बंदर भी बढ़ गए है, जो लोगों पर लगातार हमला बोल रहे है। उन्होंने कहा कि बंदर और कुत्ते काटने के मामले ही अधिक है। इनके काटने पर मरीजों को तुरंत ही एंटी रेबीज की वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। लापरवाही बरतने पर मरीज को जान तक गंवानी पड़ती है।