मुजफ्फरनगर. नेशनल हाईवे पर पुरकाजी बाईपास पर मिले अज्ञात शव की पहचान दिल्ली निवासी युवक निखिल शर्मा के रूप में हुई। दिल्ली पुलिस ने उक्त प्रकरण में उसके साथी दो युवकों को पकड़कर पुरकाजी पुलिस के हवाले कर दिया, जिन्हें पुरकाजी पुलिस ने दुर्घटना के बाद अपने साथी का शव छिपाने के आरोप में नाटकीय तरीके से जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि यह दुघर्टना का मामला था।

रविवार शाम थाना पुलिस को पुरकाजी बाईपास पर लखनौती पुल के नीचे एक शव पड़ा मिला था। जिस पर चोट के निशान थे। पुलिस मान रही थी कि दुघर्टना में युवक की मौत हुई है। लेकिन शव पुल के नीचे मिलना संदिग्ध बना हुआ था।

सोमवार में दिल्ली निवासी वीरेन्द्र शर्मा परिजनों संग अपने भतीजे निखिल को तलाश करते पुरकाजी थाने पहुंचे, तो अज्ञात शव के रूप में मिले मृतक की पहचान 32 वर्षीय निखिल पुत्र जीतराम शर्मा निवासी साउथ दिल्ली के रूप में कर दी।

वीरेन्द्र शर्मा ने पुलिस को बताया कि दिल्ली निवासी शक्ति व आदर्श लोहिया व अभिषेक 11 जून में बाइक पर हरिद्वार घूमने की बात कहकर दिल्ली से सुबह चले थे। उसके न पहुंचने पर दिल्ली के बसंतकुंज थाने में निखिल की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। दिल्ली पुलिस भी उसके साथी शक्ति व आदर्श को पकड़ा जो शव को पुरकाजी में छिपाकर दिल्ली वापिस पहुंच गए थे। उन्हें पकड़कर पुरकाजी थाने लाई व दोनों को पुरकाजी पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस का कहना था कि दोनों युवकों ने पूछताछ में बताया कि दुघर्टना में निखिल घायल हो गया था। जिसे वे किसी अस्पताल ले गए थे। लेकिन मृत घोषित होने पर उसके शव को बाईपास पर पुल के नीचे फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस ने वीरेन्द्र शर्मा की तहरीर पर धारा 201, 279, 337, 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज कर दिल्ली पुलिस द्वारा सौंपे गए दोनों आरोपियों शक्ति पुत्र श्याम सिंह, आदर्श पुत्र सुन्दर निवासीगण दिल्ली को सोमवार में जेल भेज दिया गया। लेकिन जिस प्रकार के निशान मृतक के शरीर में दिखाई पडे थे, उससे सुनियोजित हत्या की आशंका इंकार नही किया जा सकता। हालांकि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट न आने की बात पुलिस कह रही है।