सहारनपुर। भूमि अधिग्रहण में जनपद के किसानों को शामली और बागपत के बराबर मुआवजा दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा और भाकियू (वर्मा) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्यपाल के नाम ज्ञापन अपर उप जिलाधिकारी संजीव कुमार को सौंपा।

सोमवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भाकियू वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली- देहरादून हरित कॉरीडोर के लिए किए गए भूमि अधिग्रहण में जनपद के किसानों का सबसे कम मुआवजा तय किया गया है, जबकि शामली एवं बागपत जिलों के किसानों को अधिक मुआवजा दिया गया।

उन्होंने कहा कि किसानों का जमीन से काफी लगाव होता है। उन्होंने जिले के किसानों को आबादी क्षेत्र में 40 लाख रुपये प्रति बीघा और अन्य में 30 लाख रुपये प्रति बीघा मुआवजा दिलाने की मांग की। इससे पहले आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि भूमि के साथ ही किसानों को फसलों, एवं पेड़ों का उचित मुआवजा दिलाया जाए। अध्यक्षता चौधरी श्याम सिंह और संचालन भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय सह संयोजक रविंदर चौधरी ने किया।

इस दौरान राजेंद्र चौधरी, वीरेंद्र चौधरी, आसिम मलिक, नीरज कपिल, सुशील धारकी गुर्जर, डॉ. अशोक मलिक, ऋषिपाल प्रधान, रविंदर गिल, मांगेराम प्रधान, नीतू सिंह, आदेश कुमार, महबूब हसन, मोहम्मद असलम, गगन त्यागी, सतीश कुमार, अमरदीप सिंह, डॉ. कुंवर सिंह, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद यासीन, त्यागी, हाजी सुलेमान, हाजी बुद्धू, सुनील धीमान, बबलू मलिक आदि मौजूद रहे।