ग्राम पंचायतों में प्रधानों के द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों को लेकर काफी शिकायते आ रही है। डीएम ने ऐसे ही पांच ग्राम प्रधानों के खिलाफ जांच कराने के आदेश डीपीआरओ को दिए है। डीएम के निर्देश पर जांच करने के लिए समिति भी बन चुकी है। वहीं शाहपुर और मोरना ब्लाक के दो ग्र्राम प्रधानों के खिलाफ चली आ रही जांच भी पूरी हो गई है।
जानसठ ब्लाक के गांव ढासरी, पुरकाजी के गां सिम्भालकी, चरथावल के गांव दीदाहेडी, बुढाना के गांव भसाना, मोरना ब्लाक के गांव मोरना में ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए विकास कार्यों को लेकर कुछ लोगों ने डीएम, सीडीओ और डीपीआरओ से शिकायत की है। आरोप है कि नियमों को ताक पर रखते हुए निर्माण कार्य कराए गए है। जो लाइट लगाई गई है उनमें से अधिकांश लाइटें खराब हो गई है। निर्माण कार्यों में काफी अनियमितताए है। डीएम चन्द्र भूषण सिंह ने उक्त शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जांच बैठा दी है। उन्होंने डीपीआरओ को जांच कराने के निर्देश दिए है। डीएम के आदेश पर इन गांव की जांच करने के लिए समिति बनायी गई है। जांच समिति ने शिकायतों के आधार पर जांच पडताल शुरू कर दी है। उधर बघरा ब्लाक के गांव किनोनी और मोरना के गांव बेहडा सादत के ग्राम प्रधान के खिलाफ भी जांच चली आ रही थी। यह जांच पूरी हो गई है। जांच के दौरान टीम को शिकायते निराधार पायी गई है। डीएम को दोनों गांव की जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है।