मुंबई: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को बीते शनिवार तीन बार फोन करके जान से मारने की धमकी दी गई थी। इतना ही नहीं धमकी देने वाले शख्स ने उनसे 100 करोड़ रुपए का एक्सटॉर्शन भी मांगा था। यह धमकी भरा फोन कॉल नितिन गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय के लैंडलाइन नंबर पर आया था। धमकी भरा फोन आने की शिकायत मिलने के तुरंत बाद नागपुर पुलिस समेत महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने मामले की तफ्तीश शुरू की थी। धमकी देने वाले शख्स ने खुद को दाऊद गैंगका मेंबर बताया था। अब पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि यह धमकी भरा फोन कॉल कर्नाटक से किया गया है। कर्नाटक के बेलगांव में मौजूद जेल में बंद एक खतरनाक गैंगस्टर जयेश कांता ने गडकरी को धमकी दी है। जेल के अंदर से धमकी आने के बाद पुलिस महकमा चौकन्ना हो गया है। इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि आखिर बेलगांव की जेल के अंदर कैदी के पास मोबाइल फोन कैसे पहुंचा?
नितिन गडकरी को राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता है। यानी उनका कोई भी दुश्मन नहीं है बल्कि उनके सबसे दोस्ती भरे रिश्ते हैं। ऐसे में उन्हें कोई धमकी देगा इसकी कल्पना नहीं की गई थी। हालांकि, यह तमाम बातें गलत साबित हुईं। जब जेल की सलाखों में कैद एक गैंगस्टर ने उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए 100 करोड़ का हफ्ता मांगा।
जिस गैंगस्टर ने नितिन गडकरी को धमकी दी है उसका नाम जयेश कांता है। जो कर्नाटक की बेलगांव की जेल में सजा काट रहा है। पुलिस की माने तो गडकरी को जेल के अंदर से यह धमकी दी गई है। जयेश कांता एक कुख्यात गैंगस्टर है। जिसके ऊपर हत्या का मामला है। नागपुर पुलिस के मुताबिक जेल के अंदर फोन का इस्तेमाल करके नितिन गडकरी के कार्यालय पर यह धमकी दी गई है।
इसी बीच जेल प्रशासन ने कुख्यात गैंगस्टर जयेश कांता के पास से एक डायरी भी जब्त की है। नागपुर पुलिस ने अब धमकी देने वाली इस गैंगस्टर की रिमांड मांगी है ताकि उससे आगे की पूछताछ की जा सके। इसके लिए उसे महाराष्ट्र में लाने की जरूरत पड़ेगी। पुलिस इस बात की भी छानबीन करना चाहती है कि आखिर जेल में बैठकर इस गैंगस्टर ने अब तक और कितने लोगों को धमकियां दी हैं। और क्या इन धमकियों की वजह से लोगों ने उसे हफ्ता भी पहुंचाया है?
नागपुर पुलिस यह जानना चाहती है कि आखिर जयेश कांता ने नितिन गडकरी को धमकी भरा फोन कॉल क्यों किया? यह धमकी भरा फोन करने के पीछे असल मकसद क्या है, इसके अलावा इस व्यक्ति के इशारे पर यह धमकी भरा फोन कॉल किया गया है? जेल की सलाखों में कैद एक गैंगस्टर के पास फोन कैसे आया? जेल में उसे फोन किसने पहुंचाया या फिर उसने जेल के अंदर ही किसी व्यक्ति का फोन इस्तेमाल किया? इसके अलावा नितिन गडकरी के दफ्तर का लैंडलाइन नंबर उसको कैसे मिला? इन तमाम सवालों का जवाब नागपुर पुलिस अब कांता के मुंह से उगलवाना चाहती है।