नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने चौकाते हुए बाजार के अनुमान से अच्छे नतीजे पेश किए हैं। वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में बैंक का मुनाफा बढ़कर 12,259.50 करोड़ रुपये पहुंच गया है, जोकि पिछले साल समान अवधि में 10,342 करोड़ रुपये था। बैंक के मुनाफे में इस तरह सालाना आधार पर 18.50 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है।
दिसंबर तिमाही के नतीजों का एलान करते हुए बैंक की ओर से बताया गया कि ब्याज से होने वाली शुद्ध आय 24.60 प्रतिशत बढ़कर 22,987.90 करोड़ रुपये हो गई है, जोकि वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 18,443.50 करोड़ रुपये थी।
एचडीएफसी बैंक ने तिमाही और सालाना आधार दोनों पर प्रोविजनिंग को घटाया है। बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 2806.4 करोड़ की प्रोविजनिंग की गई है, जो कि दूसरी तिमाही में 3,240.1 करोड़ रुपये थी। वहीं, वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में बैंक ने 2,994 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की थी।
एचडीएफसी बैंक तिमाही और सालाना आधार पर कुल ऋण कुल संपत्ति अनुपात में सुधार रिपोर्ट करने में कामयाब रहा है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में, एचडीएफसी बैंक की कुल संपत्ति का कुल ऋण 9.18 प्रतिशत है, जो वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 9.29 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2021- 22 की तीसरी तिमाही में 9.82 प्रतिशत था।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक का मुनाफा कंसोलिडेटेड आधार पर 22.30 प्रतिशत बढ़कर 11,125.21 करोड़ रुपये रहा था। शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में एचडीएफसी बैंक का शेयर 1601 रुपये पर बंद हुआ था। बैंक के शेयर में एनएसई पर पिछले छह महीने में 18 प्रतिशत का वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि पिछले एक महीने में शेयर ने 3.68 प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है।