मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में कानून के राज के बड़े बड़े दावों के बीच मुजफ्फरनगर पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है,जिसमें पुलिस ने एक युवक को घर से उठाकर फर्जी मुठभेड़ दिखा दी है। सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस की पोल खोल दी है और पीड़ित युवक की मां ने जिलाधिकारी को साक्ष्य सहित शिकायत देकर न्याय की मांग की है।

मामला बुढाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। 7 फरवरी को बुढ़ाना के सीओ गजेंद्र पाल सिंह ने बताया था कि बुढाना क्षेत्र में 13 जनवरी को मोटरसाइकिल और नगदी लूटने की घटना की गई थी जिस पर बुढ़ाना पुलिस 7 फरवरी को जब चेकिंग कर रही थी तो एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आते दिखाई दिए, जिन्हें पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया तो उन्होंने पुलिस पर फायर कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने भी उन पर गोली चला दी लेकिन वह पुलिस पर जान से मारने की नीयत से फायर करते रहे। पुलिस ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए एक बदमाश को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया ।

गिरफ्तार बदमाश का नाम अमन बंसल उर्फ बूढ़ा पुत्र विजेंद्र सिंह निवासी काकड़ा थाना शाहपुर बताया गया था और रितिक उर्फ पंडित पुत्र सुभाष निवासी शाह डब्बर,शुभम पुत्र भूरा निवासी ग्राम पलडी थाना शाहपुर और अक्षय बालियान उर्फ मेंटल पुत्र मनोज निवासी काकड़ा को उसका साथी बताया गया था।

आज पुलिस मुठभेड़ में घायल अमन बंसल की मां कुसुम ने जिला अधिकारी उमेश मिश्रा को एक शिकायती पत्र सौंपा है जिसमें आरोप लगाया है कि पुलिस ने अमन बंसल को घर से उठाकर बाद में झूठी मुठभेड़ दर्शाकर उसे जेल भेज दिया है।

कुसुम ने अपने शिकायती पत्र के साथ वह सीसीटीवी फुटेज भी जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई है जिसमें पुलिस टीम अमन बंसल को उसके घर से उठाकर ले जाती स्पष्ट दिखाई दे रही है।

प्रदेश में योगीराज में कानून के राज के नाम पर जिस तरह से एक ही पैर में गोली मारकर लगातार बदमाशों की गिरफ्तारी दिखाई जा रही है,उसे लेकर पिछले काफी समय से निरंतर सवाल उठ रहे हैं और पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में आ रही है। जिलाधिकारी ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है।