
शामली। शामली में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला। सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर शामिल हुए। इस दौरान मेरठ करनाल हाईवे पर ट्रैक्टरों की करीब दो किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही।
भाकियू युवा अध्यक्ष गौरव टिकैत के नेतृत्व में आज सुबह दस बजे किसानों का ट्रैक्टर मार्च बिडौली से शुरू हुआ। यह मार्च शहर के बीच से होते हुए कलक्ट्रेट तक पहुंचा। किसानों ने कलेक्ट्रेट में ट्रैक्टर ले जाने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी और किसान आमने-सामने आ गए। हालांकि बाद में पुलिस अधिकारियों ने किसानों को समझाकर शांत करा दिया।
भाकियू युवा अध्यक्ष गौरव टिकैत ने कहा यह सिर्फ 26 जनवरी के लिए रिहर्सल है। उन्होंने कहा कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को बड़ी संख्या में ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचे। इसके बाद किसान एडीएम अरविंद सिंह को ज्ञापन देने के बाद लौट गए। इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार, भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान, रालोद जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन आदि मौजूद रहे।
भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने शुक्रवार को बताया था कि बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टरों के साथ मार्च में शामिल होंगे। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों से एकजुट होकर मार्च में शामिल होने का आह्वान किया था। भाकियू नेताओं ने विभिन्न गांवों में घूमकर किसानों से जनसंपर्क किया। उधर, एसडीएम ऊन मणि अरोरा व सीओ कैराना जितेंद्र कुमार भाकियू ने कपिल खाटियान से उनके आवास पर पहुंचकर ट्रैक्टर मार्च को लेकर बातचीत की थी। अधिकारी इस प्रयास में रहे कि ट्रैक्टर मार्च को सीमित कर दिया जाए, लेकिन भाकियू नेता नहीं माने।
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने जनसंपर्क कर किसानों से मार्च में शामिल होने का आह्वान किया था। करीब 28 किलोमीटर दूरी तक निकाले जाने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर अधिकारियों ने किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह मार्च निकालने पर अड़े रहे।
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