मुजफ्फरनगर। वार्ड आरक्षण जारी होने के बाद नगर पालिका परिषद में सभासद का टिकट मांगने वालों ने पार्टी नेताओं के चक्कर काटने प्रारंभ कर दिए हैं। भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा चुनाव में कूदने की तैयारी में है। अध्यक्ष से लेकर सभासद का चुनाव पार्टी सिंबल पर ही लड़ा जाएगा।
जिले की सभी आठ निकायों के वार्डों के आरक्षण की घोषणा होने के बाद सभासद का चुनाव लड़ने वाले तैयारी में जुट गए हैं। नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर में इस बार 55 वार्ड हैं। आरक्षण की घोषणा होते ही टिकट के लिए नेताओं के यहां दौड़ लगानी शुरू कर दी है। शहर में सभासद के टिकट को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी भाजपा में हैं। भाजपा में टिकट के लिए कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष को अपना बायोडाटा दे रहे हैं। इसी के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान और राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल से मिल रहे हैं। संघ और भाजपा के पदाधिकारियों से भी संपर्क साध रहे हैं। भाजपा में एक-एक वार्ड से पांच से दस तक प्रत्याशी है। मुस्लिम बाहुल्य वार्डों में सपा और कांग्रेस के टिकट पर लड़ने वाले पार्टी तलाश रहे हैं। बसपा भी नगर पालिका परिषद में अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाएगी।
मुजफ्फरनगर। शनिवार को निकायों के अध्यक्ष के आरक्षण की सूची जारी होने को लेकर दिन भर गहमा गहमी रही। शाम तक लोग एक दूसरे को फोन कर पूछते रहे कि क्या हुआ। लखनऊ में होने वाली पत्रकार वार्ता के रद्द होने के बाद शाम तक जानकारी ली जाती रही। अध्यक्ष के आरक्षण के बाद ही राजनीतिक पार्टियां भी अपने पत्ते खोलेंगी। पहले सब यह देखना चाह रहे है कि उनका कस्बा किस कैटेगिरी में जा रहा है।