मुजफ्फरनगर। थाना सिविल लाइन के महमूदनगर गली नंबर छह में कलीम अहमद के प्लाइवुड के गोदाम में शनिवार की आग लग गई। काफी देर बाद पड़ोसियों और गोदाम मालिक को आग लगने का पता चला। सूचना देने पर दमकल विभाग टीम ने पहुंच कर आग पर काबू पाया। तंग रास्ते और धुएं के कारण करीब साढ़े पांच घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। गोदाम मालिक ने 20 लाख रुपये का नुकसान होना बताया है।
महमूदनगर में घर से कुछ दूर कलीम अहमद ने कलीम ट्रेडर्स के नाम से प्लाइवुड का गोदाम बनाया हुआ हैं। शनिवार की रात किसी समय उनके गोदाम में आग लग गई। करीब पांच बजे नींद खुलने पर कलीम को आग लगने का पता चला तो उन्होंने पड़ोसियों और दमकल विभाग को सूचना दी। कुछ ही देर में आसपास के सैकड़ों लोग मौके पर एकत्र हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल टीम ने आग बुझाना शुरू किया। साढ़े पांच घंटे की मशक्कत के बाद सुबह साढ़े 10 बजे आग पर काबू पाया जा सका। मगर, तब तक लाखों का माल जल चुका था। गोदाम मालिक ने 20 लाख रुपये का नुकसान होना बताया है।
उधर, दमकल अधिकारी राम किशोर यादव ने बताया कि नुकसान के बारे में गोदाम मालिक ने अभी कुछ लिखकर नहीं दिया है। आग कैसे लगी? इस बारे में कुछ जानकारी नहीं मिल सकी।
स्थानीय दमकल विभाग की दो बड़ी और एक छोटी गाड़ी लेकर टीम ने मौके पर पहुंच कर आग बुुझाने के प्रयास शुरू किए। मगर, आग का विकराल रुप देखकर टीम के हाथ पांव फूल गए थे। तब जानसठ और बुढ़ाना से भी दो गाड़ियों को बुलाया गया। आग बुझाने में पांच गाड़ियां लगी थी, जो पानी समाप्त होते ही पुन: पानी भरने के लिए दौड़ पड़ती थी। लगभग 20 गाड़ी पानी डालकर आग को बुझाया जा सका।
दमकल कर्मचारी ने बताया कि कि लगभग दो सौ गज के जिस प्लाट में आग लगी थी, वहां जाने का रास्ता तंग था। आग के बाद वहां पर धुआं बहुत ज्यादा हो गया था। इस कारण आग बुझाने में परेशानी हुई और देरी भी हुई। प्लॉट में भी आग बुुझाने के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी।
पड़ोसी दिलशाद, नसीम, शकील, मुस्तफा, खलील, हाजी खुर्शीद आदि का कहना था कि कलीम ने किसी तरह यह काम शुरू किया था। उसे भारी नुकसान हुआ है। कलीम को मुआवजा दिलाया जाएं।