मुजफ्फरनगर। पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा के पानी में उफान जारी है। दूसरे दिन भी गंगा चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही है। इससे आसपास के जंगल में खेतों में दो से तीन फीट पानी भर गया है। हरिद्वार से छोड़े जा रही पानी से मध्य गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 219 मीटर से 70 सेंटी मीटर ऊपर रहा। सुबह छह बजे हरिद्वार से 142000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सुबह सात बजे बैराज पर गंगा का जलस्तर 219.7 मीटर रहा तथा गंगा में 182997 क्यूसेक पानी निस्सारण की माप दर्ज की गई।
ग्रामीणों के अनुसार गंगा के मुहाने पर जमी सिल्ट के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ने से उनके खेतों में दो से तीन फीट पानी भरा हुआ है। गांव जीवनपुरी व रामपुर ठकरा के मुख्य रास्ते पर भी गंगा का पानी भरा हुआ है। ग्रामीणों को पानी के बीच से ही गुजर कर जाना पड़ रहा है। शाम चार बजे गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर घटकर 219.60 पर पहुंच गया। इसके बाद बैराज से नदी में 158266 क्यूसेक पानी निस्सारण की माप दर्ज की गई। रातभर तटबंध पर मौजूद रहे। अधिकारी पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा में ऊफान आने पर अधिकारियों में अफरातफरी का माहौल बन गया था।
इसके बाद मेरठ कंट्रोल रूम से अधिकारी बढ़ते हुए पानी की हर घंटे की रिपोर्ट ले रहे थे। रात में पानी तटबंध तक पहुंचा तो सिंचाई विभाग के जेई प्रमोद कुमार ने अपनी टीम के साथ तटबंध का निरीक्षण किया तथा जलस्तर में बढ़त बनी रहने के चलते रातभर तटबंध पर ही मौजूद रहे।