लखनऊ। मुजफ्फरनगर में सत्ता के जनप्रतिनिधि विकास के भले ही भरपूर दावे करें, लेकिन सडकों के निर्माण में जिला पूरे यूपी में सबसे फिसड्डी है। सडकों के निर्माण में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर गाजियाबाद ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है।
सड़कों के निर्माण गाजियाबाद ने बाजी मारी है। गाजियाबाद में चालू वित्तीय वर्ष का सड़कों का निर्माण लक्ष्य सौ फीसदी हासिल कर दिया। सड़कों को निर्माण करने में सबसे सुस्त चाल मुजफ्फनगर की है। यहां सिर्फ 45.33 फीसदी सड़कों का ही निर्माण हो सका है।
बरेली प्रदेश में 29 वें पायदान पर है। 24 में 15 सड़कों को निर्माण पूरा हो सका है। शासन ने सीएम डैश बोर्ड की समीक्षा के बाद सड़कों के निर्माण की प्रगति के आधार पर रैंक जारी की है।
सीएम डैश बोर्ड के जरिए सभी विभागों की योजनाओं की समीक्षा की जा रही है।
सरकार का फोकस सड़कों के निर्माण पर अधिक है। प्रदेश के सभी जिलों में पीडब्ल्यूडी को चालू वित्तीय वर्ष में सड़कों के निर्माण का लक्ष्य दिया गया था। बजट वित्तीय वर्ष की शुरूआत में ही जारी हो चुका है। गाजियाबाद ने सितंबर में ही सड़क निर्माण का सौ फीसदी लक्ष्य हासिल कर प्रदेश में पहले स्थान पर काबिज हो गया।
हापुड़ ने भी सड़कों के निर्माण का लक्ष्य पूरा कर लिया। हापुड़ दूसरे पायदान पर है। बरेली मंडल का पीलीभीत प्रदेश के सबसे खराब दो जिलों में शामिल है। पीलीभीत को 74 वीं रैंक मिली है। पीलभीत में सिर्फ 51.84 फीसदी सड़कें अभी पीडब्ल्यूडी बना सका है।
बरेली एक महीने में 10 पायदान लुढ़क गया। पिछले महीने बरेली की रैंक 19 थी। इस बार 29 हासिल हुई है। बरेली को 73.16 किमी की सड़कों के निर्माण का लक्ष्य दिया गया है। 63.24 किमी की सड़क बनाकर पीडब्ल्यूडी 86.43 फीसदी लक्ष्य हासिल कर सका है।
शासन ने खराब रैंक आने पर अधिकारियों को सुधारने की नसीहत दी है। शासन की सख्ती का असर दिखाई दे रहा है। सड़कों के निर्माण में तेजी आई है। बरेली की 4.30 किमी की फोरलेन परियोजना पर हॉट मिक्स प्लांट दौड़ रहा है। यह परियोजना मार्च तक पूरी करनी थी। नवंबर के अंत तक पूरी करने का दावा अफसर कर रहे हैं।
सड़क बनाने में जो पांच जिले सबसे आगे रहे हैं उनमें गाजियाबाद ने 100 प्रतिशत, हापुड़ ने 100 प्रतिशत, कासगंज ने 95.14 प्रतिशत, मेरठ ने 94.78 प्रतिशत तथा बागपत ने 94.42 प्रतिशत सडकों का निर्माण कराया है।
सड़क निर्माण में सबसे फिसड्डी पांच जिलों में मुजफ्फरनगर पहले स्थान पर है, जहां अब तक लक्ष्य में से सिर्फ 45.33 प्रतिशत सडकों का निर्माण हुआ है। इसके अलावा पीलीभीत में 51.84 प्रतिशत, मिर्जापुर में 55.62 प्रतिशत, बलिया में 55.81 प्रतिशत तथा वाराणसी में 58.26 प्रतिशत सडकों का निर्माण हुआ है।