मुजफ्फरनगर। फैडरेशन ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के सभागार में एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) टूलकिट प्रशिक्षण योजना के अन्तर्गत 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त लाभार्थियों को उन्नत टूल किट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

टूल किट वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा. वीरपाल निर्वाल अध्यक्ष जिला पंचायत एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी, विशिष्ट अतिथि संदीप भागिया मुख्य विकास अधिकारी तथा आईआईए चेयरमैन विपुल भटनागर, फेडरेशन ऑफ कामर्स इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष रजनीश कुमार का स्वागत उपायुक्त उद्योग परमहंस मौर्य ने किया।

इस अवसर पर टूलकिट प्रशिक्षण लाभार्थियों को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल ने कहा कि जनपद गुड़ एवं गन्ना उत्पादन में विशिष्ट स्थान रखता है। आज जरूरत है कि जैविक खेती के माध्यम से गुड़ के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजार में हिस्सेदारी हासिल करें। गुड़ को मोटे अनाज (अन्नश्री) के साथ उपयोग कर स्वास्थ्य एवं स्वाद दोनों का लाभ प्राप्त करने हेतु अपने जीवन का हिस्सा बनायें। वर्तमान सरकार के ओडीओपी योजना के प्रोत्साहन से गुड़-कोल्हू संचालकों की आय में वृद्धि हो रही है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि गुड़ एवं गन्ने की खेती का उल्लेख जनपद की गजेटियर में मिलता है। बदलते परिवेश में गुड़ उत्पादकों को गुड़ की विशेषता को कायम रखने के लिए पुराने तरीके के साथ-साथ नये तकनीक को अपनाना होगा, जिससे गुड़ बनाने की प्रक्रिया में कम ईंधन का उपयोग हो और प्रदूषण जैसी समस्या से बचा जा सके।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ वातावरण में गुड़ उत्पादन एवं तकनीक का उपयोग करने से अनावश्यक खर्चों से बच कर गुड़ की मूल्यवृद्धि हेतु पैकेजिंग एवं रख-रखाव पर जोर देना होगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने सुझाव दिया कि मुजफ्फरनगर के एक्सप्रेस-वे पर स्थित होटल एवं रेस्टोरेन्ट में भी उन्नत गुणवत्ता के गुड़ स्टाल स्थापित करें।